ऊपरी स्तर पर हुई मुनाफावसूली से बाजार लाल निशान पर फिसले, सेंसेक्स 50 और निफ्टी 21 अंक लुढ़का
ऊपरी स्तर पर हुई तेज मुनाफासवूली के चलते घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर फिसल गए है। आईटी, मेटल, फार्मा कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट से बाजार पर दबाव है।
नई दिल्ली। ऊपरी स्तर पर हुई तेज मुनाफासवूली के चलते घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर फिसल गए है। आईटी, मेटल, फार्मा, मीडिया और फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट से बाजार पर दबाव बढ़ा है। फिलहाल (10:15 AM) BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 45 अंक गिरकर 30,389.62 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 22 अंक की गिरावट के साथ 9407 के स्तर है। #ModiGoverment3Saal: मोदी राज में निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर, इन चुनिंदा शेयरों में बनेगा पैसा
नए शिखर पर पहुंचा था सेंसेक्स
GST में टैक्स दरें तय होने के बाद घरेलू शेयर बाजार ने नई ऊंचाइयों को छुआ था। इस तेजी में सेंसेक्स 30712.35 के नए शिखर पर पहुंच गया है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में लौटी खरीदारी
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी खरीदारी नजर आ रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.6 फीसदी बढ़ा है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.9 फीसदी की मजबूती आई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.9 फीसदी तक उछला है। एफएमसीजी, बैंकिंग, ऑटो, मेटल, फार्मा, रियल्टी, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, कैपिटल गुड्स और पावर शेयरों में खरीदारी का माहौल है। बैंक निफ्टी 0.5 फीसदी की तेजी के साथ 22,818 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं निफ्टी का एफएमसीजी इंडेक्स 3.3 फीसदी तक मजबूत हुआ है। हालांकि आईटी शेयरों में दबाव देखने को मिल रहा है।
एक्सपर्ट की राय
एयूएम कैपिटल के रिसर्च हेड राजेश अग्रवाल का कहना है कि ग्लोबल बाजार में नकारात्मक खबरों के कारण पिछले सत्र में भारतीय बाजारों में गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, कई दिनों से बाजार में काफी तेजी थी जिसके चलते यह गिरावट बाजार में नई खरीदारी का मौका दिया है। क्योंकि आनेवाले दिनों में जीएसटी और अच्छे मानसून के कारण बाजार में फिर से बढ़त देखने को मिलेगी। निफ्टी में जब 100-150 प्वाइंट तक की गिरावट होती है तो मिडकैप कंपनियां में 15-20 फीसदी तक की गिरावट नजर आती है। जहां पर खरीदारी का बेहतर मौका मिल जाता है। #ModiGoverment3Saal: मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल, ऐसे 5 हजार रुपए लगाकर कमाए 3 लाख
GST काउंसिल के फैसले से कोल इंडिया, REC को होगा फायदा
जॉएंड्रे कैपिटल के अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में कोयले पर 5 फीसदी टैक्स लगाने का फैसला सकरात्मक है। क्योंकि अगर 5 फीसदी टैक्स कोयले पर लगता है तो ना केवल कोल इंडिया, पावर ग्रिड और एनपीटीसी जैसी कंपनी को इसका फायदा मिलेगा। शुक्रवार के सत्र में इन शेयरों में ऊछाल देखने को मिल सकता है। जिसके चलते जीएसटी के नजरिए से आनेवाले कुछ साल तक इन कंपनियों को राहत जरुर मिलती नजर आ रही है। लिहाजा मध्यम अवधि के लिए पावर ग्रिड में खरीदारी करने की सलाह होगी।अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक अच्छे मॉनसून की उम्मीद में सीमेंट सेक्टर में साउथ बेंस कंपनियों पर ज्यादा फोकस किया जा सकता है। रेमको सीमेंट, इंडिया सीमेंट और अल्ट्राटेक सीमेंट में गिरावट पर खऱीदारी करने की सलाह होगी। #ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता