फ्रांस में चुनावों से पहले दुनियाभर के शेयर बाजारों में घबराहट बढ़ी, सेंसेक्स 300 और निफ्टी 90 अंक टूटा
फ्रांस में रविवार को होने वाले चुनाव से पहले दुनियाभर के शेयर बाजार में घबराहट बढ़ गई है। इसीलिए सेंसेक्स 300 और निफ्टी 90 अंक लुढ़क गया है।
नई दिल्ली। फ्रांस में रविवार को होने वाले चुनाव से पहले दुनियाभर के शेयर बाजार में घबराहट बढ़ गई है। इसी का असर घरेलू शेयर बाजार की चाल पर भी देखने को मिल रहा है। इस गिरावट में सेंसेक्स और निफ्टी एक फीसदी तक लुढ़क गए है। फिलहाल (1:30 PM) सेंसेक्स 300 अंक गिरकर 29823.60 के स्तर पर आ गया है। वहीं, निफ्टी 90 अंक की गिरावट के साथ 9272 के स्तर पर आ गया है। यह भी पढ़े: अगले 6 हफ्ते में ये 9 कंपनियां शेयर बाजार से जुटाएंगी 15 हजार करोड़ रुपए, आप भी उठा सकते हैं फायदा
बाजार में चौतरफा गिरावट
घरेलू शेयर बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिल रही है। इस गिरावट में सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान पर फिसल गए है। निफ्टी का मेटल इंडेक्स 3 फीसदी गिरकर 2839 के स्तर पर आ गया है। वहीं, ऑटो, फाइनेंशियल, FMCG और रियल्टी इंडेक्स 2 फीसदी तक लुढ़क गए है।
बाजार में क्यों आई गिरावट
वीएम पोर्टफोलियो के हेड विवेक मित्तल का कहना है कि बाजार में लंबे समय मुनाफावसूली का इंतजार किया जा रहा था। इसीलिए बाजार में ऊपरी स्तर पर मुनाफावसूली हुई है। साथ ही, संडे को फ्रांस में होने वाले चुनाव से पहले भी दुनियाभर के बाजार में थोड़ी घबराहट बढ़ी है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट पर खरीदारी करनी चाहिए।
जॉइंड्रे कैपिटल के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि
बैंकिंग सेक्टर में जिस तरह का उछाल देखने को मिला है उसे देखते हुए लगता है कि आज बाजार में ऊपरी स्तरों से कुछ बिकवाली देखने को मिल सकती है। आने वाले कुछ दिनों में सरकार अगर एनपीए को लेकर कोई बड़ा एलान करती है तो आपको बैंकिंग शेयर में तेजी देखने को मिलेगी। आगे बाजार की नजर नतीजों पर बनी रहेगी।
बैंकिंग को लेकर हो रहे फैसलों पर बाजार की नजर
मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा का कहना है कि काफी दिनों के कंसोलिडेशन के बाद बीते सत्र (गुरुवार) बैंकों ने बाजार को ऊपर उछाला है। बाजार में गुरुवार को लंबे कंसोलिडेशन के बाद तेजी देखने को मिली है। हालांकि, एनपीए पर अभी कुछ सॉल्यूशंस निकलने की उम्मीद है। फंडामेंटल्स के चलते बाजार थोड़ा भागा है। एनपीएस स्लिपेजेस कम होने के चलते बैंकों के मुनाफे में उछाल आ सकता है। यह भी पढ़े:अमेरिका में नहीं बढ़ी ब्याज दरें, फेडरल रिजर्व अब जून में दरें बढ़ाने पर ले सकता है फैसला
अब क्या करें निवेशक
एयूएम कैपिटल के एनालिस्ट राजेश अग्रवाल का कहना है कि एचडीएफसी में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश कर सकते हैं। इस बार एचडीएफसी के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। अगर एचडीएफसी में 1-2 साल का नजरिया रखा जाएं तो ये शेयर बाजार को आउटपरफॉर्म कर सकता है। निवेशक 2-3 तिमाही का नजरिया रखकर स्टील शेयरों में खरीदारी कर सकते हैं। वैल्यूएशन के लिहाज से जेएसडब्ल्यू स्टील अच्छा उछाल दिखा सकता है। यह भी पढ़े: एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 4 पैसा कमजोर होकर 64.22 पर खुला