शुक्रवार को सेंसेक्स 64 अंक बढ़कर 30921 पर बंद, जानिए GST का शेयर बाजार पर क्या होगा असर
GST लागू होने से पहले सेंसेक्स 64 अंक की तेजी के साथ 30921 के स्तर पर और निफ्टी 17 अंक बढ़कर 9521 के स्तर पर बंद हुआ।
नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में घरेलू शेयर बाजार गिरावट को खत्म करते हुए बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे। कारोबार के आखिरी घंटे में फार्मा और एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों हुई जोरदार खरीदारी से सेंसेक्स और निफ्टी को सहारा मिला। अंत में BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 64 अंक की तेजी के साथ 30921 के स्तर पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 17 अंक बढ़कर 9521 के स्तर पर बंद हुआ। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले 2 तिमाही तक कंपनियों के नतीजों पर दबाव देखने को मिलेगा। इसीलिए बाजार में आज सुबह गिरावट देखने को मिली थी।
बाजार में अब आगे क्या
सुंदरम म्युचुअल फंड के सीईओ सुनील सुब्रमण्यम का कहना है कि बाजार में किसी बड़े करेक्शन की आशंका काफी कम है। म्युचुअल फंड में लगातार इक्विटी का रुझान काफी बढ़ता नजर आ रहा है और गिरावट पर म्युचुअल फंड्स खरीदारी कर रहे हैं। जुलाई-सितंबर तिमाही में एक तरफ अर्निंग बढ़ती नजर आएगी, वहीं दूसरी तरफ बाजार की डिस्काउंटिंग वित्त वर्ष 2019 की ओर चली जाएगी। सुनील सुब्रमण्यम के मुताबिक मौजूदा बाजार में लॉजिस्टिक, कंस्ट्रक्शन सेक्टर में खरीद के काफी मौके है, इन पर पैसा लगाया जा सकता है। जीएसटी लागू होने के बाद लॉजिस्टिक सेक्टर पूरी तरह से ऑर्गेनाइज सेक्टर में बदल जाएगा और इन कंपनियों का मुनाफा भी बढ़ते नजर आएगा।यह भी पढ़े: 30 जून की आधी रात को लगेगा संसद, ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में मिलेगी GST को मंजूरी
GST पर एक्सपर्ट्स की राय
एयूएम कैपिटल के राजेश अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी को लेकर लोगों में घबराहट है जिसके चलते बाजार में थोड़ी सी घबराहट का माहौल बना हुआ है। लिहाजा छोटी अवधि के निवेशक बाजार में मुनाफावसूली कर सकते है। लेकिन जिन निवेशकों का लंबी अवधि का नजरिया बना हुआ है वह बाजार में बने रहें। अगर मौजूदा स्तर से बाजार में 5-10 फीसदी की गिरावट देखने को मिलती है तो चुनिंदा सेक्टर में निवेश कर सकते है। यह भी पढ़े: 17 साल पहले वाजपेयी सरकार ने रखी थी GST की बुनियाद, ऐसा रहा अब तक का सफर
यूटीआई म्युचुअल फंड के ईवीपी और सीनियर फंड मैनेजर संजय डोंगरे का कहना है कि जीएसटी के कारण काफी सेक्टर में उथल-पुथल हो रही है जिसके कारण सेकेंडरी सेल्स अच्छी हो रही है लेकिन प्राइमरी सेल्स यानि कंपनी से डीलर या कंपनी से होलसेलर्स से होने वाले सेल काफी कम हैं। जिसके कारण जून तिमाही के नतीजों में असर देखने को मिल सकता है और उससे आने वाले 3-4 महीने में बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल नजर आ सकता है। हालांकि उसके बाद कंपनियों के नतीजे सामान्य नजर आ सकते हैं। संजय डोंगरे के मुताबिक अगर आनेवाले 3-4 महीने में बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल नजर आता है तो निवेशक इक्विटी फंड्स में पैसे लगाएं।यह भी पढ़ें : GST लागू होने के बाद भी जारी रहेगी ऑफर्स की बारिश, 30 जून की आधी रात से शुरू होगी बिग बाजार की SALE
निफ्टी अहम स्तर के ऊपर बंद
प्रकाश गाबा डॉटकॉम के प्रकाश गाबा का कहना है कि निफ्टी पॉजिटीव स्तर पर क्लोजिंग दी है। लिहाजा आगे भी तेजी की उम्मीद है। निफ्टी में 9440 के स्तर से तेजी की बेहद अच्छा मौका बना हुआ है।यह भी पढ़ें : 1 जुलाई से सिर्फ GST ही नहीं बल्कि बदल जाएंगी ये व्यवस्थाएं, इन कामों के लिए अनिवार्य होगा आधार कार्ड
विदेशी ब्रोकरेज हाउसेज ने इन शेयरों का लक्ष्य बढ़ाया
सीमेंट सेक्टर
गोल्डमैन सैक्स ने अल्ट्राटेक का लक्ष्य 4700, श्री सीमेंट का लक्ष्य 20,000 रुपये, एसीसी का लक्ष्य 1660 और अंबूजा सीमेंट का लक्ष्य 255 रुपए का तय किया है।
टेलीकॉम सेक्टर
CLSA के मुताबिक सरकार ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर रही है। आइडिया सहित सभी टेलीकॉम कंपनियों को इसका फायदा होगा, लेकिन रिलायंस कम्युनिकेशंस को कम फायदा होगा।
अल्ट्राटेक
सिटी ने निवेश की अल्ट्राटेक पर सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 5000 रुपए प्रति शेयर का तय किया है। जेपी मॉर्गन ने अल्ट्राटेक पर ओवरवेट रेटिंग बरकरार रखते हुए लक्ष्य 4400 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
ITC
CLSA ने ITC पर निवेश की सलाह बरकरार रखते हुए लक्ष्य 375 रुपए प्रति शेयर का तय किया है। जेपी मॉर्गन ने ITC पर ओवरवेट रेटिंग बरकरार रखते हुए लक्ष्य 350 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा
नोमुरा ने बैंक ऑफ बड़ौदा पर निवेश की सलाह देते हुए लक्ष्य 200 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
UPL
डॉएश बैंक ने यूपीएल पर निवेश की सलाह कायम रखते हुए लक्ष्य 950 रुपए प्रति शेयर का तय किया है।
BHEL
डॉएश बैंक ने BHELपर निवेश की सलाह कायम रखते हुए लक्ष्य 185 रुपए का तय किया है।