Sensex@47000: नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा भारतीय शेयर बाजार, अमेरिकी बाजारों में तेजी के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट
अमेरिका में वॉल स्ट्रीट के नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा।
नई दिल्ली। विदेशों से निवेश प्रवाह जारी रहने के बीच बंबई शेयर बाजार में शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत सेंसेक्स के नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के साथ हुई। हालांकि, मुनाफा वसूली चलने से बाजार में उतार-चढ़ाव का रुख दिखाई दिया। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 47,026.02 अंक पर खुलने के बाद मुनाफा वसूली से नीचे आ गया और कुछ देर बाद 46,749.04 अंक पर देखा गया। पिछले दिन के मुकाबले यह 141.30 अंक यानी 0.30 प्रतिशत नीचे रहा।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी शुरुआत में 13,771.45 अंक की ऊंचाई पर खुलने के कुछ देर बाद ही नीचे 13,713.55 अंक पर आ गया। इसमें भी पिछले दिन की समाप्ति पर दर्ज निफ्टी के मुकाबले 44.90 अंक की गिरावट रही। सेंसेक्स में शामिल शेयरों में ओएनजीसी सबसे ज्यादा नुकसान में रहा। इसमें तीन प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। इसके बाद इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस और कोटक बैंक के शेयरों में भी गिरावट का रुख रहा। इसके विपरीत इन्फोसिस, एचसीएल टेक, टीसीएस, नेस्ले इंडिया और बजाज ऑटो बढ़त दिखाने वाले शेयरों में शामिल रहे।
अमेरिकी बाजारों में तेजी के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट
अमेरिका में वॉल स्ट्रीट के नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। अमेरिका में बेरोजगारी दावा करने वालों की संख्या बढ़ने के बावजूद आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद बढ़ने और कोरोना वायरस टीका लगना शुरू होने संबंधी घटनाक्रम से बाजार रिकार्ड तेजी में दिखे। इधर, शंघाई, टोक्यो और हांग कांग के बाजारों में ऊंचाई से नीचे आने का रुख रहा। अमेरिका में नए आर्थिक पैकेज को लेकर प्रगति दिखने से वॉल स्ट्रीट का एसएंडपी 500 सूचकांक लगातार तीसरे दिन बढ़त में रहा।
हालांकि, अमेरिका में बेरोजगारी भत्ते का दावा करने वालों की संख्या बढ़ी है और यह पिछले तीन माह में सबसे ज्यादा रही है। अमेरिका में मिझुहो बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजार की चाल को देखकर लगता है कि उसके लिए खराब आंकड़े अच्छी खबर की तरह हैं। इन आंकड़ों से सरकार नए प्रोत्साहन पैकेज की दिशा में तेजी से काम करेगी। बहरहाल, टोक्यो में निक्की-225 सेंसेक्स 0.2 प्रतिशत गिरकर 26,760.30 अंक पर रहा जबकि शंघाई कम्पोजिट सूचकांक 0.1 प्रतिशत घटकर 3,403.87 अंक पर आ गया। वहीं हांग कांग का हैंग सेंग सूचकांक 0.7 प्रतिशत गिरकर 26,490.37 अंक रहा। दक्षिण कोरिया के सोल में कोस्पी सूचकांक 0.1 प्रतिशत गिरकर 2,770.22 अंक और सिडनी का एसएंडपी-एएसएक्स-200 सूचकांक 0.7 प्रतिशत गिरकर 6,710.00 अंक रह गया।
न्यूजीलैंड, सिंगापुर और जकार्ता के शेयर बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। अमेरिका के श्रम विभाग ने बताया कि पिछले सप्ताह उसके पास बेरोजगारी लाभ के लिए दावा करने वालों का आंकड़ा 8 लाख 85 हजार तक पहुंच गया है। सितंबर के बाद यह आंकड़ा सबसे ऊंचा है। अमेरिका में निवेशक राष्ट्रपति चुनाव से पहले से ही नए प्रोत्साहन पैकेज को लेकर प्रतीक्षा कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि बेरोजगार लाभ की अवधि समाप्त होने जा रही है, ऐसे में नया पैकेज जल्द आना चाहिए।
डॉलर के मुकाबले रुपया 73.54 पर खुला
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत में डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे ऊंचा रहकर 73.54 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। अमेरिकी मुद्रा के कमजोर पड़ने और अमेरिका में नए प्रोत्साहन पैकेजे को लेकर उम्मीद बढ़ने से रुपये को मजबूती मिली। विदेशी मुद्रा प्रवाह जारी रहने से भी निवेशकों की धारणा सकारात्मक रही।
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 73.55 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और कुछ ही देर में और बढ़कर 73.54 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इस प्रकार पिछले दिन के मुकाबले इसमें पांच पैसे की मजबूती रही। गुरुवार को कारोबार की समाप्ति पर डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 73.59 रुपये रही थी। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.21 प्रतिशत ऊंचा रहकर 90.01 अंक पर चल रहा था।