GDP के कमजोर आंकड़ों से घरेलू शेयर बाजार पर दबाव, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 30 और निफ्टी 10 अंक नीचे
अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मिलेजुले संकेतों और कमजोर घरेलू GDP के आंकड़ों के चलते शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। सेंसेक्स 30 अंक नीचे है।
नई दिल्ली। अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मिलेजुले संकेतों और कमजोर घरेलू GDP के आंकड़ों के चलते शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। बैंक, IT और मेटल कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट का असर सेंसेक्स-निफ्टी की चाल पर देखने को मिल रहा है। फिलहाल (9:27 AM) BSE का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 30अंक गिरकर 31120 के स्तर पर आ गया है। वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 10 अंक की गिरावट के साथ 9612 के स्तर पर है।
लॉन्ग टर्म में मिलेंगे अच्छे रिटर्न
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ बोथरा के अनुसार पिछले एक साल से लगातार घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रुझान है और बाजार ऊपरी स्तर पर कामकाज कर रहा है। जिसके चलते बाजार में थोड़ी करेक्शन या मुनाफावसूली हावी होना स्वाभाविक होता है। अगर निवेशक तेजी के इस बाजार में लंबी अवधि का नजरिया रख निवेश करें तो बाजार बेहतर रिटर्न दे सकता है।यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून ऐसे डालता है आपकी जेब पर असर, अच्छी बारिश से आपको होते हैं ये 6 फायदे
GDP के कमजोर आंकड़ों का बाजार पर नहीं होगा ज्यादा असर
जॉएंड्रे कैपिटल के अविनाश गोरक्षकर का कहना है कि चौथी तिमाही के जीडीपी आंकड़े वाकई में निराशाजनक रहे हैं। लिहाजा, शायद बाजार वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही के जीडीपी आंकड़ों को लेकर चिंतित नजर आ सकता है। हालांकि वित्त वर्ष 2017 में 7.1 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ बेहतर कही जा सकती है। आगे मानसून की चाल अच्छी रही तो एग्री सेक्टर की ग्रोथ में और तेजी मुमकिन है। साथ ही एग्री सेक्टर की ग्रोथ के साथ इससे जुड़े शेयरों में भी तेजी का रुख नजर आ सकता है। जीडीपी आंकड़ों से बाजार में बहुत बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है, क्योंकि इसका थोड़ा बहुत अंदाजा पहले से ही लगाया जा चुका था।यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून के इस सीजन में आपके पास है इन शेयरों में पैसा बनाने का मौका, ऐसे उठाएं फायदा
अब क्या करें निवेशक
अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक मई महीने में ऑटो सेक्टर के बिक्री के आंकड़े अच्छे रहने का अनुमान है। खासकर ट्रैक्टर और टू-व्हीलर कंपनियों का प्रदर्शन ज्यादा बेहतर रह सकता है। पैसेंजर वाहनों में थोड़ी बहुत बढ़त दिख सकती है, लेकिन कमर्शियल वाहनों की बिक्री से कुछ खास उम्मीद नहीं है। लंबी अवधि के लिहाज से ऑटो सेक्टर में महिंद्रा एंड महिंद्रा पर जरूर दांव लगाया जा सकता है। 6-12 महीने की अवधि में महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1500 रुपये तक के स्तर दिख सकते हैं। #ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता
कमजोर रहे GDP आंकड़े
वित्त वर्ष 2017 में देश की जीडीपी ग्रोथ घटकर 7.1 फीसदी रही है। वित्त वर्ष 2016 में जीडीपी ग्रोथ 8 फीसदी रही थी। वहीं, साल दर साल आधार पर वित्त वर्ष 2017 में जीवीए ग्रोथ 7.9 फीसदी से घटकर 6.6 फीसदी रही है।यह भी पढ़े:इन कंपनियों के मालिकों ने 1.8 लाख करोड़ रुपए के शेयर रखें गिरवी, निवेशक रहें सावधान