लगातार छठे दिन शेयर बाजारों में रही गिरावट, सेंसेक्स 158 अंक और निफ्टी 48 अंक हुआ कमजोर
ब्रोकरों ने कहा विदेशी कोषों की निकासी तथा डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
मुंबई। शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। आईटी, धातु तथा ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में गिरावट तथा विदेशी कोषों की निकासी और मिले जुले वैश्विक रुख के बीच सेंसेक्स 158 अंक और टूट गया। वहीं निफ्टी में भी करीब 48 अंक की गिरावट आई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 35,799.42 अंक से 36,109.10 अंक के दायरे में रहा। अंत में यह 157.89 अंक या 0.44 प्रतिशत के नुकसान से 35,876.22 अंक पर बंद हुआ। पिछले पांच सत्रों में सेंसेक्स 840 अंक टूटा था।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 47.60 या 0.44 प्रतिशत के नुकसान से 10,746.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,718.75 से 10,792.70 अंक के दायरे में रहा। तेल एवं गैस, आईटी, धातु, पीएसयू और सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर चिंता के बीच ऊर्जा कंपनियों के शेयर भी नीचे आ गए। ब्रेंट कच्चा तेल 1.26 प्रतिशत चढ़कर 64.41 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। ब्रोकरों ने कहा विदेशी कोषों की निकासी तथा डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार बुधवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 676.63 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 713.10 करोड़ रुपए की लिवाली की।
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, इंफोसिस, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोल इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, टीसीएस, ओएनजीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 3.09 प्रतिशत तक टूट गए। वहीं दूसरी ओर यस बैंक का शेयर 30.73 प्रतिशत तक चढ़ गया। रिजर्व बैंक को 2017-18 के लिए बैंक द्वारा संपत्ति वर्गीकरण और प्रावधान में कोई खामी नहीं मिली है। इस खबर से बैंक का शेयर छलांग लगा गया।