मुंबई। बंबई शेयर बाजार में लगातार चार कारोबारी सत्रों से चली आ रही गिरावट का सिलसिला मंगलवार को थम गया। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले भारी उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स 86 अंक चढ़ गया। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा रुपए के मजबूत होने से कुल बाजार धारणा में सुधार हुआ।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान करीब 300 अंक ऊपर नीचे होने के बाद अंत में 85.55 अंक या 0.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 39,046.34 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स ऊंचे में 39,167.83 अंक और नीचे में 38,870.96 अंक तक भी आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 19.35 अंक या 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,691.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान दिन में इसने 11,727.20 अंक का उच्चस्तर तथा 11,641.15 अंक का निचला स्तर भी छुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में वेदांता, कोल इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, पावरग्रिड, एचसीएल टेक और बजाज फाइनेंस के शेयर 2.65 प्रतिशत तक चढ़ गए। वहीं दूसरी ओर यस बैंक का शेयर 5.94 प्रतिशत टूट गया। मारुति, एशियन पेंट्स, सनफार्मा, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयर 2.20 प्रतिशत तक नीचे आए।
निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज का शेयर 40.48 प्रतिशत टूट गया। जेट एयरवेज का परिचालन बंद है। कंपनी के ऋणदाताओं ने सोमवार को एयरलाइन के पुनरोद्धार के प्रयास को छोड़ने और इस मामले को दिवाला कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में भेजने की घोषणा की।
अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक मंगलवार को ही शुरू हो रही है। फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों ने सतर्कता बरती। विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम, मानसून की धीमी प्रगति, कॉरपोरेट द्वारा कर्ज चुकाने में चूक और अमेरिका-भारत व्यापार विवाद की वजह से बाजार के लिए मौजूदा उच्चस्तर पर टिके रह पाना मुश्किल हो रहा है।
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