इन 3 कारणों से सेंसेक्स 184 और निफ्टी 67 अंक गिरकर बंद, ऑटो-रियल्टी शेयरों की हुई सबसे ज्यादा पिटाई
BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 184 अंक गिरकर 28155 पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 67 अंक गिरकर 8725 पर बंद हुआ है।
नई दिल्ली। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावनाओं और टाटा मोटर्स , सन फार्मा के कमजोर तिमाही नतीजों से घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 184 अंक गिरकर 28155 पर और NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 67 अंक गिरकर 8725 पर बंद हुआ है।
यह भी पढ़े: Make Money: बड़ी नहीं इन छोटी कंपनियों के शेयरों में बनेंगे पैसे, शॉर्ट टर्म के लिए लगाए दांव
अब आगे क्या
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के एमडी और सीईओ आशीष सोमैया ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा कि बाजार में अनिश्चितता का माहौल नजर आ रहा है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से अच्छे ही रहे हैं लेकिन, नोटबंदी और सुस्ती इकोनॉमी से जनवरी-मार्च में भी कई सेक्टर पर दबाव की आशंका बनी हुई है। लिहाजा चौथी तिमाही के नतीजों को देखने के बाद ही बाजार की आगे की चाल पर सही टिप्पणी की जा सकती है। इसके अलावा अभी बाजार के लिहाज से कोई खास इवेंट भी नहीं है। चुनावी नतीजों के बाद या किसी और बड़े इवेंट से बाजार की चाल बदल सकती है, लेकिन फिलहाल बाजार मौजूदा स्तरों के आसपास ही टिके रहने की उम्मीद है।
क्या करें निवेशक
- बीएसई के मेंबर दीपन मेहता का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर, एनबीएफसी सेक्टर, चुनिंदा फार्मा सेक्टर ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
- जिसपर मौजूदा बाजार में भी सकारात्मक नजरिया बना हुआ हैं।
- जिस प्रकार से म्यूचुअल फंड में पैसे आ रहे है उससे कुछ हद तक बाजार को काफी सपोर्ट मिल रहा है जो आनेवाले समय में बाजार के तेजी को मुड को बरकरार रख सकती हैं।
- नोटबंदी की कारण बाजार में अनिश्चितता का माहौल जरुर बना हुआ था लेकिन जैसे-जैसे कंपनियों ने अपने नतीजें पेश किये है वैसे वैसे बाजार की अनिश्चितता बी खत्म हुई है।
क्यों आई बाजार में गिरावट
(1) अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका
- अमेरिकी सेंट्रल बैंक की चेयरमैन जेनेट येलेन ने मंगलवार को कहा कि ब्याज दरें बढ़ाने में देरी करना समझदारी नहीं होगी क्योंकि जॉब आंकड़े मजबूत हैं और मंहगाई भी बढ़ी है। जेनेट येलेन के बयान से डॉलर में मजबूती देखने को मिली है। येलेन ने कहा कि आने वाली बैठकों में दरें बढ़ाने पर चर्चा करेंगे और धीरे-धीरे दरें बढ़ने की उम्मीद है। जॉब मार्केट मजबूत स्थिति में दिख रही है। वित्तीय नीति में बदलाव से इकोनॉमिक आउटलुक पर असर हो सकता है।
(2) कमजोर नतीजों का असर
- टाटा मोटर्स के दिसंबर तिमाही के नतीजे अनुमान से काफी खराब रहे है। जिसका असर आज कंपनी के शेयर पर देखने को मिला। कंपनी का शेयर 10 फीसदी टूटकर 268.40 रुपए के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, फार्मा सेक्टर की दिग्गज कंपनी सन फार्मा के मुनाफे में भी गिरावट देखने को मिली। इसीलिए सन फार्मा का शेयर 4 फीसदी गिरकर 622 रुपए के भाव पर बंद हुआ।
(3) ऊपरी स्तर पर मुनाफावसूली हावी
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक राज्यों के विधान चुनाव के नतीजों से पहले बाजार पर मुनाफावसूली का दबाव गहरा गया है। इसीलिए बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।
यह भी पढ़े: Right Time: दिसंबर तिमाही में इन कंपनियों का मुनाफा 1000% तक बढ़ा, अब शेयरों में बड़ी तेजी की उम्मीद
कुछ ऐसा रहा दिनभर कारोबार
- लगातार 7 दिनों तक सपाट बंद होने के बाद आखिरकार आज बाजार में गिरावट गहरा ही गई।
- कमजोरी के इस माहौल में आज निफ्टी 8712.85 तक फिसल गया, जबकि सेंसेक्स में करीब 250 अंकों की कमजोरी देखने को मिली।
- अंत में निफ्टी 8725 के आसपास बंद हुआ है और सेंसेक्स में करीब 200 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आई गिरावट
- मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी बिकवाली हावी रही। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स करीब 1.25 फीसदी गिरकर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में 1.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.5 फीसदी लुढ़ककर बंद हुआ है।
ऑटो-रियल्टी शेयरों की हुई सबसे ज्यादा पिटाई
- ऑटो, फार्मा, रियल्टी, मेटल, आईटी, बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्युरेबल्स, पावर और ऑयल एंड गैस शेयरों की जमकर पिटाई हुई है। निफ्टी के ऑटो इंडेक्स में 3 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 1.8 फीसदी, मेटल इंडेक्स में 1.5 फीसदी और आईटी इंडेक्स में करीब 0.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बैंक निफ्टी 0.5 फीसदी गिरकर 20,164 के स्तर पर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी के पीएसयू बैंक इंडेक्स में 1.5 फीसदी की गिरावट आई है।
यह भी पढ़े: Price Hike Soon: मार्च में 10-15 रुपए तक महंगी हो सकती है चाय, केन्या के सूखे का असर