मुंबई। यदि 2019 में लोकसभा चुनाव का परिणाम मजबूत आया तो अगले साल जून महीने तक सेंसेक्स 44 हजार अंक तक पहुंच सकता है। हालांकि कमजोर परिणाम की स्थिति में यह 36 हजार अंक के आस-पास रह सकता है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है। सेंसेक्स ने पिछले सप्ताह 36,548.41 अंक का सर्वकालिक उच्च स्तर हासिल किया।
मॉर्गन स्टानली ने दिया बयान
वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टानली ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार अभी बढ़ती ब्याज दरें, कच्चे तेल की अधिक कीमतें, चुनावी साल तथा मंझौली कंपनियों के बढ़ते मूल्यांकन से जूझ रही हैं। बैंक की तरफ से कहा गया कि बड़ी कंपनियों के सूचकांक को सुधरते वृद्धि चक्र, मजबूत वृहद आर्थिक गतिविधियों तथा शेयरों की स्थानीय खरीद से समर्थन मिल रहा है।
कमजोर परिणाम रहा तो होगा ऐसा हाल
बैंक ने कहा कि चुनाव परिणाम कमजोर रहने की संभाव्यता 50 प्रतिशत है और इस स्थिति में सेंसेक्स जून 2019 तक 36 हजार अंक के आस-पास रह सकता है। इस स्थिति में आय वृद्धि वित्तवर्ष 2017-18 में पांच प्रतिशत, 2018-19 में 23 प्रतिशत और 2019-2020 में 24 प्रतिशत रह सकती है। उसने कहा कि परिणाम मजबूत रहने की स्थिति की संभाव्यता 30 प्रतिशत है और इस स्थिति में जून 2019 तक सेंसेक्स 44 हजार अंक के स्तर को छू सकता है।
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