मुंबई। भू- राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर तनाव बढ़ने से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 145 अंक टूटकर 29,643 अंक पर आ गया। वहीं कंपनियों के तिमाही नतीजों से पहले घरेलू निवेशकों ने सतर्कता का रूख अपनाया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के रूख से खुलने के बाद नकारात्मक दायरे में आया और अंत में 144.87 अंक (0.49 प्रतिशत) के नुकसान से 29,643.48 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स 213 अंक चढ़ा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 33.55 अंक (0.36 प्रतिशत) के नुकसान से 9,203.45 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 9,200 अंक से नीचे आया था। पश्चिम एशिया और कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ने के बीच यहां धारणा प्रभावित हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया भी कारोबार के दौरान 23 पैसे टूटकर 64.73 प्रति डॉलर पर आ गया, जिससे यहां धारणा पर असर हुआ।
बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के वरिष्ठ कोष प्रबंधक (इक्विटीज0 कार्तिकराज लक्ष्मणन ने कहा, बढ़ते भू राजनीतिक तनाव से जोखिम बढ़ा है। निवेशक बाजार को लेकर सुस्त हैं। बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप में भी गिरावट आई। अडाणी पावर के शेयर में दूसरे दिन भी गिरावट जारी रही।
उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि महंगे आयात के लिए बिजली क्षेत्र की वितरण कंपनियां प्रतिपूरक दरें नहीं ले सकतीं। इससे अडाणी पावर का शेयर आज 9.01 प्रतिशत नीचे आ गया। हालांकि, टाटा पावर का शेयर 0.06 प्रतिशत ऊंचा बंद हुआ। पिछले सत्र में ये शेयर 16 प्रतिशत तक टूटे थे। अस्थाई आंकड़ों के अनुसार विदेशी कोषों ने कल शुद्ध रूप से 750 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
टाटा स्टील का शेयर 2.12 प्रतिशत टूट गया। अडाणी पोर्ट्स, विप्रो, गेल और टाटा मोटर्स के शेयर भी नीचे आए। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 20 नुकसान में रहे, 10 में लाभ रहा। विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में टिकाऊ उपभोक्ता सामान 1.01 प्रतिशत नीचे आया। बिजली, धातु और पीएसयू में भी गिरावट आई।
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