नई दिल्ली। विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों और दिग्गज कंपनियों के कमजोर नतीजों के बाद एक्सपायरी के दिन प्रमुख इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए हैं। ये लगातार दूसरा दिन रहा जब बाजार टूटा है। सूचकांक में अच्छी हिस्सेदारी रखने वाली एचडीएफसी लि., एचडीएफसी बैंक, एल एंड टी और एचयूएल में गिरावट दर्ज की गयी। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 173 अंक यानी 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,750 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 59 अंक यानी 0.50 प्रतिशत टूटकर 11,671 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में एल एंड टी रही। इसमें करीब 5 प्रतिशत की गिरावट आयी। जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें टाइटन, ओएनजीसी, एक्सिस बैंक, एचयूएल, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एचडीएफसी शामिल हैं। लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, अल्ट्रा टेक सीमेंट, एचसीएल टेक, कोटक बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। कारोबारियों के अनुसार अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंधों की समाप्ति के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकरर्स के इक्विटी शोध (फंडामेंटल) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार में शुरूआत नरम रही। इसका प्रमुख कारण यूरोप में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के साथ वैश्विक स्तर पर मिला-जुला रुख का होना था। कई देश महामारी फैलने से रोकने के लिये फिर से ‘लॉकडाउन’ लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोपहर कारोबार में बाजार में गिरावट का रुख बना रहा। धातु, वाहन, रीयल्टी और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली देखी गयी।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, सियोल और तोक्यो बाजारों में गिरावट रही जबकि शंघाई बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38.39 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे टूटकर 74.10 पर बंद हुआ।
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