मुंबई। शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार पांचवें दिन भी गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 135 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,300 अंक के नीचे आ गया। अंतररष्ट्रीय मुद्राकोष के भारत की आर्थिक वृद्धि अनुमान कम करने से बाजार में धारणा पर असर पड़ा।
बंबई शेयर बाजार के तीस प्रमुख शेयरों वाला सेंसेक्स 135.09 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 37,847.65 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 37,708.41- 38,102.84 अंक के दायरे में रहा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 59.75 अंक यानी 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,271.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक नीचे में 11,229.80 और ऊपर में से 11,359.75 अंक के दायरे में रहा।
जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उसमें इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, हीरो मोटो कॉर्प, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, वेदांता और मारुति शामिल हैं। इनमें 3.50 प्रतिशत तक की गिरावट आई। एशियन पेंट्स में सर्वाधिक 3.42 प्रतिशत की तेजी आई। कंपनी का जून तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 18 प्रतिशत बढ़ने की खबर से शेयर में तेजी आई।
एचयूएल, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक और आईटीसी भी लाभ में रहे। इनमें 2.06 प्रतिशत तक की तेजी दर्ज की गई। विदेशी पूंजी निकासी और कंपनियों के वित्तीय परिणाम में हल्का रहने के अलावा आईएमएफ का भारत का आर्थिक परिदृश्य 2019 और 2020 दोनों के लिए 0.3 प्रतिशत कम कर क्रमश: 7 प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत किए जाने से बाजार धारणा प्रभावित हुई। यह घरेलू मांग के लिए उम्मीद से अधिक कमजोर परिदृश्य को बताता है।
शेयर बाजारों के पास उपलब्ध अस्थायी आंकड़ों के अनुसार शुद्ध आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 2,607.97 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,625.10 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध लिवाली की।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी दर्ज की गई, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती करोबार में मिला-जुला रुख रहा।
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