ट्रंप के डर से सेंसेक्स 349 अंक और निफ्टी 112 अंक गिरकर बंद, निवेशकों ने एक दिन में गंवाए 1.67 लाख करोड़ रुपए
बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 349 अंक गिरकर और एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 112 अंक गिरकर बंद हुआ है।
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप के आगे निकलने की चिंता से एशिया समेत ग्लोबल शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली है। इन्हीं निगेटिव संकेतों के चलते बुधवार को घरेलू शेयर बाजार भी दिन के निचले स्तर पर बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 349 अंक गिरकर और एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 112 अंक गिरकर बंद हुआ है। इस गिरावट में निवेशकों को भारी झटका लगा है। एक ही दिन में निवेशकों के हाथ से करीब 1,67,025 करोड़ रुपए निकल गए है।
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सेंसेक्स और निफ्टी में रही भारी गिरावट
- बुधवार के सत्र में कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते घरेलू बाजार सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई थी। हालांकि कारोबार के मध्य में कुछ रिकवरी जरूर देखने को मिली।
- अंत में सेंसेक्स 349 अंक गिरकर 27527 पर और निफ्टी 112 अंक गिरकर 8514 पर बंद हुआ है।
निवेशकों ने एक झटके में गंवा दिए 1.67 लाख करोड़ रुपए
- बाजार की इस चौतरफा गिरावट में निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
- बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की मार्केट कैप मंगलवार के 1,14,01,945 करोड़ रुपए के मुकाबले गिरकर 1,12,34,668 करोड़ रुपए पर आ गई है।
- इस लिहाज से निवेशकों की जेब से एक झटके में 1.67 लाख करोड़ रुपए निकल गए है।
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क्यों है शेयर बाजार में भारी गिरावट
- (1) अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप और हिलेरी में कांटे की टक्कर से ग्लोबल बाजार सहम गए हैं। मंगलवार के कारोबार में अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स डाओ 100 से ज्यादा टूटकर बंद हुआ। जबकि, एसएंडपी 500 इंडेक्स 4 महीने के निचले स्तर पर फिसल कर बंद हुआ। अमेरिकी चुनाव की दौड़ में डोनल्ड ट्रंप हिलेरी क्लिंटन से आगे निकल गए हैं।
- (2) अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक का फैसला बुधवार को देर रात जारी होगा। माना जा रहा है कि दिसंबर की बैठक में ब्याज दरें बढ़ सकती है। इसीलिए इंटरनेशल मार्केट में बॉन्ड्स यील्ड में तेजी देखने को मिल रही है।
- (3) फरवरी के बाद पहली बार भारत में विदेशी निवेशकों ने बिकवाली की है। इसीलिए शेयर बाजारों में दबाव देखने को मिल रहा है।
बाजार में आगे क्या
प्रकाशगाबा डॉट कॉम के प्रकाश गाबा का कहना है कि अगर निफ्टी गुरुवार को 8500 के स्तर को ब्रेक करता है तो बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है। लेकिन अगर 8750 के स्तर से रैली का मौका मिलता है तो उछाल पर शॉर्ट करने की सलाह होगी।
मायस्टॉकरिसर्च के हेड लोकेश उप्पल का मानना है कि अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में किसकी जीत होगी, इसको लेकर कोई भी कयास लगाना अब काफी मुश्किल हो गया है। यही एक कारण है कि अमेरिकी बाजार में अब काफी असमंजस वाली स्थिति बन गई है।
बाजार को 9 नवंबर को एक झटका लगने की आशंका है। लिहाजा ट्रंप की जीत से छोटी अवधि में बाजार को झटका लग सकता है, लेकिन इन नतीजों को लेकर लंबी अवधि के लिहाज से बाजार को डरने की जरूरत नहीं है।
डोनल्ड ट्रंप की जीत से छोटी अवधि में बाजार में काफी उतार-चढ़ाव मुमकिन है। साथ ही इमर्जिंग मार्केट्स में एफआईआई की ओर से लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है, जो घरेलू बाजारों के लिए एक चिंता का विषय है। अगर डोनल्ड ट्रंप की जीत सुनिश्चित होती है तो घरेलू बाजारों में एफआईआई की ओर से बिकवाली और बढ़ने की उम्मीद है।
अब क्या करें निवेशक
- डोनल्ड ट्रंप की जीत से भी आईटी शेयरों को झटका लग सकता है।
- आईटी शेयरों को अभी एक और झटके के लिए तैयार रहना चाहिए।
- बाजार में तेज गिरावट आने पर आईटी शेयरों पर फोकस बढ़ा सकते हैं।
- लंबी अवधि के लिहाज से आईटी शेयरों में निवेश करना है तो दिग्गज आईटी कंपनियों में पैसे लगा सकते हैं।