सेंसेक्स 338 अंक गिरकर 27252 पर बंद, अंबुजा सीमेंट्स और मारुति सुजुकी के शेयर में 6% तक की गिरावट
बीएसई का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 338 अंक गिरकर 27252 पर और एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 111 अंक गिरकर 8432 के स्तर पर बंद हुआ है।
नई दिल्ली। बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में दिन के निचले स्तर पर लौटी खरीदारी से से जोरदार रिकवरी देखने को मिली है। हालांकि अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 338 अंक गिरकर 27252 पर और एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 111 अंक गिरकर 8432 के स्तर पर बंद हुआ है।
कुछ ऐसा रहा दिन भर बाजार में कारोबार
- कालेधन पर लगाम और ट्रंप की बढ़त से आज दुनियाभर के बाजारों में कोहराम मच गया।
- एशियाई बाजारों में 5.7-1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है, तो घरेलू बाजारों में भी 6 फीसदी की कमजोरी दिखी थी।
- हालांकि, दिन के निचले स्तरों से सेंसेक्स और निफ्टी में रिकवरी देखने को मिली है।
- शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 1700 अंकों तक टूट गया था, तो निफ्टी में 540 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी।
- निफ्टी ने 8002.25 तक गोता लगाया, तो सेंसेक्स 25902.5 तक टूट गया।
- डोनाल्ड ट्रंप की जीत सुनिश्चित होने के बाद बाजारों ने जबरदस्त रिकवरी दिखाई है।
अब क्या करें निवेशक
कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी और सीईओ नीलेश शाह ने एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यु में कहा है कि जिन्होंने बाजार में पैसा नहीं लगाया है, उनके लिए अच्छा मौका है। बाजार 2-3 फीसदी सस्ता हुआ है। जिन्होंने पहले से ही निवेश किया है, उन्हें बाजार में धीरे-धीरे पैसा लगाने की रियायत मिलेगी। काले धन खिलाफ जो जंग चल रही है उसका छोटी अवधि में असर जरुर दिखाई देगा। रियल एस्टेट, ज्वेलरी, कंजम्पशन जैसे सेक्टर्स पर नोट बंद होने का असर नजर आएगा, लेकिन लंबी अवधि में ये फैसला फायदेमंद होगा। काले धन के मुहिम से बैंकिंग और फाइनेंसिंग सेक्टर को फायदा होगा। बैंकों का कासा रेश्यो, ट्रांजैक्शन फ्लो बढ़ेगा और ब्याज दरों में कटौती होगी। और ब्याज दरों में कटौती से ट्रेजरी प्रॉफिट में भी ग्रोथ नजर आएगी।
एक्सपर्ट्स की राय
- कोटक महिंद्रा एएमसी के एमडी और सीईओ, नीलेश शाह का कहना है कि भारत एक ऐसा देश है जहां पर 12.1 फीसदी जीडीपी करेंसी सर्क्यूलेशन में है और ये काफी सारे अफ्रीकी देशों से भी आगे है।
- इसमें तकरीबन 87 फीसदी कैश 500 और 1000 रुपये के मूल्यवर्ग में हैं।
- दुख की बात ये है कि भारतीय निवेशक ने जितना पैसा इक्विटी मार्केट में लगाया है उससे ज्यादा पैसा वो अपने कैश इनसर्क्युलेशन में लगाकर बैठा है।
- ब्लैक मनी को काबू में करना जरुरी था और इसका एक तरीका उंचे मूल्यवर्ग के नोट के रद्द होने का है।
- इससे छोटी अवधि में जरुर एडवर्स इम्पैक्ट आएगा, पर लंबी अवधि में इसमें बहुत ज्यादा फायदा भारतीय इकोनॉमी को मिलेगा।
दिग्गज शेयरों में रही 6% तक की गिरावट
- बुधवार के कारोबार में दिग्गज शेयरों में अंबुजा सीमेंट, टीसीएस, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, हीरो मोटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बीएचईएल 6 फीसदी तक लुढ़ककर बंद हुए हैं।
- हालांकि दिग्गज शेयरों में डॉ रेड्डीज, सन फार्मा, एसबीआई, पावर ग्रिड, गेल और ल्यूपिन 5.25-1.3 फीसदी तक बढ़कर बंद हुए हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में रही 17% तक की गिरावट
- मिडकैप शेयरों में ओबेरॉय रियल्टी, इंडियाबुल्स हाउसिंग, श्रीराम ट्रांसपोर्ट, रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस कैपिटल 10.1-5.75 फीसदी तक टूटकर बंद हुए हैं।
- स्मॉलकैप शेयरों में डेल्टा कॉर्प, स्टील एक्सचेंज, इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, सनटेक रियल्टी और एचडीआईएल सबसे ज्यादा 20-16.7 फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं।
सेक्टर इंडेक्स का हाल
- पीएसयू बैंक, फार्मा और ऑयल एंड गैस शेयरों में निचले स्तरों से आई खरीदारी से बाजार में रिकवरी देखने को मिली है।
- बैंक निफ्टी 0.1 फीसदी बढ़कर 19520 के स्तर पर बंद हुआ है।
- बुधवार के कारोबार में बैंक निफ्टी 18150 के नीचे फिसल गया था, इस तरह निचले स्तरों से आज बैंक निफ्टी में 1374 अंकों की रिकवरी देखने को मिली है।
- वहीं निफ्टी के पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2.1 फीसदी और फार्मा इंडेक्स में करीब 2 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है।
- हालांकि आज आईटी, एफएमसीजी, मेटल, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली है। निफ्टी के आईटी इंडेक्स में 3.25 फीसदी, एफएमसीजी इंडेक्स में 2.25 फीसदी, मेटल इंडेक्स में 1.4 फीसदी और ऑटो इंडेक्स में 2.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
- बीएसई के कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स में 4.2 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स में 10.25 फीसदी की कमजोरी आई है।