सेंसेक्स और निफ्टी नये रिकार्ड उच्चस्तर पर, आईटी, फार्मा कंपनियों में बढ़त
आर्थिक गतिविधियों में सुधार तथा सरकार की ओर से चालू वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय कार्यक्रम को शुरू करने के संकेत से बाजार को फायदा मिला
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों के मजबूत रुख के बीच आईटी, फार्मा और एनर्जी कंपनियों के शेयरों में लिवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी अपने अब तक के सबसे उच्चस्तर पर पहुंच गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज कारोबार के दौरान 52,641.53 अंक के अपने रिकॉर्डस्तर को छूने के बाद अंत में 174.29 अंक या 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 52,474.76 अंक के अब तक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 61.60 अंक या 0.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,799.35 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में डॉ.रेड्डीज का शेयर सबसे अधिक 3.03 प्रतिशत चढ़ गया। पावरग्रिड, टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टेक महिंद्रा के शेयर भी लाभ में रहे। वहीं, दूसरी ओर एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनवर्स, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और आईटीसी के शेयर 1.07 प्रतिशत तक टूट गए। सप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 374.71 अंक या 0.71 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं निफ्टी 129.10 अंक या 0.82 प्रतिशत के लाभ में रहा है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच भारतीय बाजार आज सकारात्मक दायरे में रहे। अमेरिका के सीपीआई के आंकड़े बृहस्पतिवार को आए हैं जिससे मुद्रास्फीति को लेकर चिंता कम हुई है।’’ नायर ने कहा कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने अपने वृद्धि दर के अनुमान को बढ़ा दिया है जिससे वैश्विक धारणा को और समर्थन मिला। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘स्थानीय बाजारों में बढ़त का सिलसिला जारी रहा और निफ्टी और सेंसेक्स आज अपने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए।’’ उन्होंने कहा कि आईटी, धातु के अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज में जोरदार लाभ से बाजार को समर्थन मिला। आर्थिक गतिविधियों में सुधार तथा सरकार की ओर से चालू वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय कार्यक्रम को शुरू करने के संकेत से बाजार धारणा को बल मिला। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.40 प्रतिशत तक चढ़ गए।
यह भी पढ़ें: पेट्रोल के बाद अब यहां डीजल भी 100 रुपये के पास, जानियें कहां मिल रहा सबसे महंगा तेल