नई दिल्ली। कमोडिटीज डेरिवेटिव कारोबार को बढ़ावा देने के लिए शेयर और कमोडिटी बाजार रेग्युलेटर SEBI बड़ा कदम उठाने जा रहा है। SEBI चेयरमैन अजय त्यागी ने कहा है कि निदेशक मंडल ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FII) के लिए नए KYC नियमों को मंजूरी दी है और साथ में अब SEBI FII को कमोडिटी डेरिवेटिव कारोबार की अनुमति भी जारी करेगा।
SEBI चेयरमैन अजय त्यागी ने यह भी कहा है कि FII को कमोडिटी डेरिवेटिव कारोबार में सिर्फ संवेदनशील कमोडिटीज में अनुमति नहीं होगी बाकी सभी कमोडिटीज में अनुमति हो सकती है। सेबी चेयरमैन के इस बयान से अनुमान लगाया जा रहा है कि दलहन, तिलहन और चीनी जैसे संवेदनशील कमोडिटीज में ट्रेडिगं से FII को दूर रखा जा सकता है जबकि गैर कृषि कमोडिटीज में कारोबार की इजाजत मिल सकती है।
फिलहाल देश में कमोडिटीज कारोबार में दो कमोडिटी एक्सचेंज अग्रणी है, देश के कुल कमोडिटीज डेरिवेटिव कारोबार का 90 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर होता है और बाकी ज्यादातर कारोबार कमोडिटी एक्सचेंज NCDEX पर होता है। ऐसे में अगर कमोडिटी कारोबार में FII को मंजूरी मिलती है तो कमोडिटी ट्रेड में लिक्विडिटी बढ़ेगी जिसका फायदा कमोडिटी कारोबारियों के साथ दोनो कमोडिटी एक्सचेंजों को होगा।
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