नई दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के नए चीफ अजय त्यागी ने बाजार में सुधार के लिए समावेशी रास्ता अख्तियार करने का फैसला किया है। सेबी आईपीओ, विदेशी निवेशक, कमोडिटी, म्यूचुअल फंड और निवेशकों की सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सुधारों के लिये नए कदम उठाने वाला है और सेबी अध्यक्ष इन क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ व्यक्तिगत तौर पर बैठक कर रहे हैं।
अगले हफ्ते होगी पहली बैठक
त्यागी के सेबी का चेयरमैन बनने के बाद इसके निदेशक मंडल की पहली बैठक अगले हफ्ते होने जा रही है। इससके पहले त्यागी बाजार प्रतिभागियों तथा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों, ब्रोकरेज, निवेश बैंकर तथा म्यूचुअल फंड समेत उद्योग प्रमुखों के कई समूह के साथ बैठकें कर चुके हैं।
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बैठक में कई सुधार उपायों पर चर्चा की उम्मीद
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के चेयरमैन के रूप में त्यागी ने पिछले महीने ही पदभार संभाला है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि त्यागी 26 अप्रैल को निदेशक मंडल की बैठक से पहले आने वाले दिनों में म्यूचुअल फंड कंपनियों के सीईओ समेत विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। बैठक में कई सुधार उपायों पर चर्चा की उम्मीद है।
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इन पर जल्द हो सकता है फैसला
नियामक विदेशी निवेशकों के लिये पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ पी नोट्स (पार्टिसिपेटरी नोट) के दुरूपयोग को रोकने के लिए उपायों पर विचार कर सकता है। इसके अलावा, सेबी का निदेशक मंडल जिन अन्य सुधारों पर विचार कर सकता है, उसमें संस्थागत निवेशकों को जिंस बाजार में डेरिवेटिव्स कारोबार (वायदा और विकल्प) को चरणबद्ध तरीके से मंजूरी देने तथा तथा आईपीओ कोष के दूसरी जगह उपयोग पर अंकुश लगाने के लिये नियमों को कड़ा किया जाना शामिल हैं।
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