एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया गुरुवार को 19 पैसा कमजोर होकर 64.34 पर खुला
गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 19 पैसा कमजोर होकर 64.34 पर खुला है।
नई दिल्ली। गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 19 पैसा कमजोर होकर 64.34 पर खुला है। वहीं, बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की कमजोरी के साथ 64.15 के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि, मंगलवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 64.08 पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: महंगे क्रूड से बढ़ेगा इन कंपनियों का मुनाफा, शॉर्ट टर्म में बड़े रिटर्न की उम्मीद
बुधवार को रुपए में क्यों आई कमजोरी
इंपोटर्स की ओर से डॉलर मांग बढ़ने के चलते रुपया अपने आरंभिक लाभ को बरकरार नहीं रख पाया और बुधवार को इसमें लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। हालांकि, स्थानीय शेयर बाजार में भारी पूंजी निवेश के साथ विश्व की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से हानि कुछ हद तक सीमित हो गई। #ModiGoverment3Saal: मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल, ऐसे 5 हजार रुपए लगाकर कमाए 3 लाख
पिछले 3 दिन में रुपया 58 पैसे मजबूत हुआ
बुधवार को अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में एक्सपोटर्स की ओर से डॉलर बिकवाली बढ़ने से रुपएय 63.99 रुपए प्रति डॉलर पर काफी मजबूत खुला जो मंगलवार रात 64.08 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान रुपया 63.95 तक मजबूत होने के बाद दोपहर बाद रुपया 64.16 तक हल्का पड़ गया था। अंत में रुपया सात पैसे की हानि दर्शाता 64.15 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विगत तीन कारोबारी सत्रों में रुपए 58 पैसे मजबूती आई थी।#ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता
भारतीय इकोनॉमी पर बढ़ा भरोसा
दुनिया की छह मजबूत इकॉनमी के मुकाबले अमेरिकी करंसी की ताकत का पता डॉलर इंडेक्स से चलता है। यह पिछले साल 28 दिसंबर के बाद से 4.35 फीसदी फिसला है। अभी यह 98.811 पर है। वहीं, भारत में बेंचमार्क सॉवरेन बॉन्ड यील्ड 6.66 फीसदी है, जो एशियाई देशों में सबसे अधिक है। इसके बाद एशिया में सबसे अधिक बॉन्ड यील्ड इंडोनेशिया में है। रुपये पर तीन महीने का फॉरवर्ड प्रीमियम ऑफशोर नॉन-डिलिवरेबल फॉरवर्ड्स मार्केट में 6 पैसे बढ़ा है।
रुपए में मजबूत आगे भी जारी रहेगी
एचडीएफसी बैंक में फॉरेक्स डीलिंग के हेड आशुतोष रैना ने बताया, डॉलर में कमजोरी के चलते हाल में रुपया मजबूत हुआ है। वहीं, विदेशी निवेशकों के भारत पर बढ़ते भरोसे से भी इसे सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ मार्केट पार्टिसिपेंट्स डॉलर में शॉर्ट पोजिशन ले रहे हैं। भारत के बॉन्ड और इक्विटी मार्केट में विदेशी निवेशक काफी रकम लगा रहे हैं।
कोटक सिक्यॉरिटीज के करंसी ऐनालिस्ट अनिंद्य बनर्जी के मुताबिक रुपए के फॉरवर्ड प्रीमियम में बढ़ोतरी से पता चलता है कि लोगों ने भारतीय करंसी के मुकाबले डॉलर में शॉर्ट सेलिंग शुरू कर दी है। बनर्जी ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में गिरावट से भी रुपए की ताकत बढ़ी है। भारत में अभी महंगाई दर कम है। इसलिए यहां इन्वेस्टर्स को दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स के मुकाबले हायर रियल इंटरेस्ट रेट मिल रहा है। इस वजह से विदेशी निवेशक भारत में और रकम ला रहे हैं।