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एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया गुरुवार को 7 पैसा कमजोर होकर 64.40 पर खुला

गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.40 पर खुला है।

एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया गुरुवार को 7 पैसा कमजोर होकर 64.40 पर खुला- India TV Paisa एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया गुरुवार को 7 पैसा कमजोर होकर 64.40 पर खुला

नई दिल्ली। भारतीय रुपए में लगातार दूसरे दिन कमजोरी देखने को मिल रही है। गुरुवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.40 पर खुला है। वहीं, बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे की मजबूती के साथ 64.33 पर बंद हुआ था। इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.43 के स्तर पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: निफ्टी 5 साल में छुएगा 30 हजार का स्तर, अब इन शेयरों में हैं कमाई का बड़ा मौका

RBI पॉलिसी के बाद रुपया 3 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचा

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अपनी नीतिगत बैठक में ब्याज दरों स्थिर रखने के साथ मुद्रास्फीति के अनुमान को कम करने के बाद रुपया आरंभिक गिरावट से उबरता हुआ 10 पैसे की तेजी के साथ करीब तीन सप्ताह के उच्च स्तर 64.33 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह भी पढ़े: RBI ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, SLR 0.50 फीसदी घटाकर 20 फीसदी किया

इसलिए आई रुपए में मजबूती

फॉरेक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से पूंजी का प्रवाह बढ़ने से रुपए को सहारा मिला। ब्रिटेन में गुरवार को होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर मुद्रा व्यापारियों और सटोरियों ने डॉलर वायदा के अपने सौदे हल्के किए।यह भी पढ़े: खत्म होगा सस्ती कॉल और सस्ते डेटा का दौर, टेलीकॉम कंपनियां कर रही है कीमतें बढ़ाने की तैयारी!

अगर अमेरिका में बढ़ी ब्याज दरें तो अगली छमाही में गिर सकता है रुपया

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के जारी सर्वे के मुताबिक  अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती है तो अगली छमाही में भारतीय रुपए पर दबाव देखने को मिल सकता है। वहीं, ब्रोकरेज फर्म सिटी के मुताबिक जून में अगर ब्याज दरें बढ़ती है तो अमेरिकी डॉलर को इससे सहारा मिलेगा। लिहाजा इमर्जिंग मार्केट की करेंसी पर दबाव देखने को मिल सकता है। यह भी पढ़े:इन कंपनियों के मालिकों ने 1.8 लाख करोड़ रुपए के शेयर रखें गिरवी, निवेशक रहें सावधान

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