अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से टूटा रुपया भारतीय रुपया, 12 पैसा कमजोर होकर 64.66 प्रति डॉलर पर खुला
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भातीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसा कमजोर होकर 64.66 पर खुला है।
नई दिल्ली। अमेरिका में इस साल एक बार और ब्याज दरें बढ़ने की आशंका के चलते भारतीय रुपए में कमजोरी देखने को मिल रही है। हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भातीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसा कमजोर होकर 64.66 पर खुला है। वहीं, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे की गिरावट के साथ 64.54 के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि, इससे पहले बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मामूली बढ़त के साथ 64.30 पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: अमेरिका में ब्याज दरें 0.25 फीसदी बढ़ी, दुनियाभर के बाजारों के साथ-साथ भारत पर होगा ये असर
अमेरिका में दरें बढ़ने से टूटा रुपया
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में वृद्धि करने तथा आगे के लिए ग्रोथ की संभावना कायम रखने के बाद रुपए को करारा झटका लगा और अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह गुरुवार को 23 पैसे की भारी गिरावट दर्शाता हुआ 64.53 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। 30 मई के बाद रुपया अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर पर बंद हुआ। 30 मई को यह 64.66 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: निफ्टी 5 साल में छुएगा 30 हजार का स्तर, अब इन शेयरों में हैं कमाई का बड़ा मौका
बीते सत्र में कुछ ऐसी रही रुपए की चाल
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर वृद्धि और इस वर्ष आगे भी एक और वृद्धि की संभावनाओं के बीच मुद्रा व्यापारी सतर्क हो गये और विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की धारणा में उथल-पुथल रही। विदेशों में डॉलर में मजबूती के साथ पूंजी की सतत निकासी ने विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार की धारणा और प्रभावित हुई। अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में आरंभिक डॉलर बिकवाली के कारण रुपया 64.26 रुपए प्रति डॉलर के उच्च स्तर पर खुला तथा बाद में 64.24 रुपए प्रति डॉलर तक मजबूत हो गया।
बीते कारोबार के दौरान भारी उतार-चढ़ाव के दौरान आयातकों की ताजा डॉलर मांग के कारण रुपए का आरंभिक लाभ कम गया और देर दोपहर के कारोबार में 64.54 रुपए प्रति डॉलर के दिन के निम्नतम स्तर को छू गया। अंत में यह 23 पैसे या 0.36 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 64.53 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कल रूपये में तीन पैसे की मामूली तेजी आई थी। अन्तरमुद्रा कारोबार में पौंड और जापानी येन के मुकाबले रुपए में गिरावट आई जबकि यूरो के मुकाबले इसमें तेजी आई। यह भी पढ़े: इन कंपनियां का मुनाफा दोगुना होने से शेयर के भाव 300% बढ़े, आपके पास अब भी है मौका
अब आगे क्या
HDFC बैंक की ओर से जारी रिसर्च नोट के मुताबिक गुरुवार को फेडरल रिजर्व के ब्याज दरें बढ़ाने के बावजूद अमेरिकी डॉलर में गिरावट देखने को मिली थी। इसकी वजह रीटेल सेल्स और महंगाई दर के कमजोर आंकड़े थे। डॉलर में जारी गिरावट के चलते भारतीय रुपए में बड़ी कमजोरी नहीं देखने को मिलेगी। इस साल के अंत तक भारतीय रुपया 65.50-66 प्रति डॉलर के स्तर पर आ सकता है।