एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को 12 पैसा मजबूत होकर 64.35 पर खुला
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय रुपएकी शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसा मजबूत होकर 64.35 पर खुला है।
नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय रुपएकी शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसा मजबूत होकर 64.35 पर खुला है। वहीं, गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे की मजबूती के साथ 64.47 के स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले बुधवार के दिन रुपया 16 पैसे की बढ़त के साथ 64.50 के स्तर पर बंद हुआ। यह भी पढ़े: एक महीने में 70 फीसदी तक गिरे इन शेयरों के भाव, अब क्या करें निवेशक
कमजोर आंकड़ों का रुपए पर दिखा असर
बैंकों और एक्सपोटर्स की ओर से हुई डॉलर बिकवाली के कारण रुपए में तेजी जारी है। जीडीपी के आंकड़े उम्मीद से कम रहने के बावजूद रुपया गुरुवार को दो पैसा सुधरकर अंत में 64.47 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। जनवरी मार्च की तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े घटकर 6.1 फीसदी पर आ गए तथा आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अप्रैल में घटकर 2.5 प्रतिशत पर आ गई। यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून के इस सीजन में आपके पास है इन शेयरों में पैसा बनाने का मौका, ऐसे उठाएं फायदा
गुरुवार को कुछ ऐसी रही रुपए की चाल
गुरुवार को इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 64.48 रुपए प्रति डॉलर पर मजबूत खुला और दिन के कारोबार के दौरान 64.42 से 64.56 रुपए प्रति डॉलर के दायरे में घूमने के बाद अंत में तीन पैसे अथवा 0.05 फीसदी की तेजी दर्शाता 64.48 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून ऐसे डालता है आपकी जेब पर असर, अच्छी बारिश से आपको होते हैं ये 6 फायदे
दिसंबर के बाद पहली बार रुपए में आई मंथली गिरावट
दिसंबर महीने के बाद भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के सामने पहली लुढ़का है। मई महीने में भारतीय रुपए ने 0.41 फीसदी की कमजोरी दर्ज की है। इससे पहले नवंबर महीने में भारतीय रुपया 2.4 फीसदी कमजोर हुआ था RBI बैंक के फॉरेक्स हेड रोहन के मुताबिक मई महीने में विदेशी निवेश बढ़ा है, लेकिन RBI की डॉलर खरीद का असर रुपए पर देखने को मिला।
अगर अमेरिका में बढ़ी ब्याज दरें तो अगली छमाही में गिर सकता है रुपया
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के जारी सर्वे के मुताबिक अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती है तो अगली छमाही में भारतीय रुपए पर दबाव देखने को मिल सकता है। वहीं, ब्रोकरेज फर्म सिटी के मुताबिक जून में अगर ब्याज दरें बढ़ती है तो अमेरिकी डॉलर को इससे सहारा मिलेगा। लिहाजा इमर्जिंग मार्केट की करेंसी पर दबाव देखने को मिल सकता है। यह भी पढ़े:इन कंपनियों के मालिकों ने 1.8 लाख करोड़ रुपए के शेयर रखें गिरवी, निवेशक रहें सावधान