नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका के चलते भारतीय रुपया शुक्रवार को कारोबार के दौरान 21 पैसे टूटकर 75.20 के स्तर पर बंद हुआ। इसके अलावा प्रमुख प्रतिस्पर्धी मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के रुख में मजबूती से भी घरेलू मुद्रा पर दबाव बढ़ा। प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा की मजबूती का आंकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत बढ़कर 96.7910 पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया पिछले दिन के बंद भाव 74.99 के मुकाबले कमजोर रुख के साथ 75.16 के स्तर पर खुला। दिन के कारोबार के दौरान रुपया 75.33 के निचले स्तर पर आ गया और अंत में 21 पैसे टूटकर 75.20 पर बंद हुआ। साप्ताहिक आधार पर रुपये में 54 पैसे की गिरावट हुई। एम के ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख राहुल गुप्ता ने कहा कि डॉलर-रुपये का हाजिर भाव 74.50 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तर के नीचे ही रहा और कारोना वायरस से जुड़ी चिंताओं तथा आरबीआई के हस्तक्षेप के कारण 75.30 के दायरे में ही रहा। उन्होंने बताया कि एक बार फिर लॉकडाउन लागू होने की आशंका के चलते पूरी दुनिया में आर्थिक सुधार के पटरी से उतरने का डर भी है।
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