डॉलर के मुकाबले रुपया 10 पैसे गिरकर 73.90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद
कारोबार के दौरान रुपया 10 पैसे की मजबूती के साथ 73.70 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर और और 16 पैसे की गिरावट के साथ 73.96 रुपये के दिन के निचले स्तर तक पहुंचा
नई दिल्ली। भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच विदेशी बाजारों में डॉलर में तेजी लौटने के बाद घरेलू बाजार में रुपये पर दबाव देखने को मिला है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 10 पैसे की गिरावट के साथ 73.90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। अमेरिका द्वारा चीन के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारियों से जुड़ी खबरें सामने आने के बाद निवेशकों को भू-राजनीतिक तनाव के बढ़ने की आशंका हो गई है, जिसके बाद डॉलर में खऱीद बढ़ गई। सोमवार को डॉलर अपने लगभग ढाई वर्ष के निचले स्तर से उबर गया। ब्रेक्सिट व्यापार वार्ता को लेकर बढ़ रहीं चिंता से भी डॉलर की धारणा को समर्थन मिला।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज के कारोबार के दौरान काफी उतार चढ़ाव देखा गया जहां सुबह रुपया प्रति डॉलर 73.79 के स्तर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपये ने 10 पैसे की मजबूती के साथ 73.70 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर को छू लिया। हालांकि बाद के कारोबार में तेजी का रुख पलट गया और रुपया अधिकतम 16 पैसे की गिरावट के साथ 73.96 रुपये के दिन के निचले स्तरों पर पहुंच गया। बाद में घरेलू करंसी थोड़ी संभली और कारोबार के अंत में 10 पैसे की गिरावट के साथ 73.90 प्रति डॉलर पर बंद हुई। रुपये का पिछला बंद भाव 73.80 रुपये प्रति डॉलर था। बाजार सूत्रों ने अनुमान लगाया है कि रुपये की गिरावट का कारण बाजार में रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप हो सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.48 प्रतिशत की तेजी के साथ 91.13 के स्तर पर पहुंच गया। विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने शुक्रवार को 2,969.59 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की। उधर, 30 प्रमुख शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 347.42 अंक की तेजी के साथ 45,426.97 अंक पर बंद हुआ। कच्चे तेल के बाजार में ब्रेंट क्रूड वायदा 0.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48.86 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।