इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अधिकारियों ने सोमवार को कराची स्टॉक एक्सचेंज (केएसई) में शुरुआती सत्र के दौरान प्रमुख सूचकांक में 2,100 अंकों से अधिक की गिरावट के बाद अस्थायी रूप से कारोबार रोक दिया। केएसई 100 सूचकांक 2,106.78 अंकों या 5.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 36,112.89 पर आ गया। खबरों के मुताबिक सूचकांक में तेज गिरावट के बाद केएसई में 45 मिनट के लिए कारोबार बंद कर दिया गया। स्थानीय नियमों के अनुसार यदि सूचकांक 4.5 प्रतिशत या उससे अधिक गिरता है, तो कारोबार थोड़े समय के लिए बंद कर दिया जाता है। इस रोक के बाद कारोबार दोबारा शुरू होने पर भी शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की गिरती कीमतों और दुनिया के शेयर बाजारों में दबाव का असर केएसई में भी देखा गया। चीन से आयात पर रोक लगने का नकारात्मक असर भी केएसई पर देखा गया।
भारत में भी दिखा वैश्विक बाजारों में मंदी का असर
वैश्विक बाजारों में मंदी के रुख के चलते बीएसई के सेंसेक्स सूचकांक में सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 1,500 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के चलते बाजार पर दबाव देखने को मिला। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा करीब 30 प्रतिशत गिरकर 32.11 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।
दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर सेंसेक्स 2021.71 (5.38 प्रतिशत) अंकों की गिरावट के साथ 35,554.91 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 561.55 (5.11 प्रतिशत) अंकों की गिरावट के साथ 10,427.90 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। पिछले 6 कारोबारी सेशन में दूसरी बार सेंसेक्स में इतनी बड़ी तेजी आई है। सेंसेक्स 20 सितंबर 2019 के बाद अपने सबसे लोएस्ट लेवल पर ट्रेड कर रहा है।
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