नई दिल्ली। बाजार नियामक Sebi के नियमों को सख्त किए जाने के बीच घरेलू पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिए निवेश में गिरावट दर्ज की गई है। जनवरी में पी-नोट्स के जरिए निवेश गिरकर करीब साढ़े आठ साल के निचले स्तर 1.19 लाख करोड़ रुपए पर आ गया है। Sebi के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय बाजारों-शेयर, ऋण और डेरिवेटिव्स- में पी-नोट्स निवेश के जरिए निवेश दिसंबर 2017 के 1,24,810 करोड़ रुपए से घटकर इस साल जनवरी अंत में 1,19,556 करोड़ रुपए पर आ गया है।
अगस्त 2009 के बाद से यह इसका न्यूनतम स्तर है जबकि पी-नोट्स के जरिए कुल निवेश 1,10,355 करोड़ रुपए था। जून 2017 के बाद से पी-नोट्स निवेश लगातार नीचे आ रहा है। पिछले अक्टूबर में यह थोड़ा बढ़ा था पर नवंबर में फिर घट गया।
उल्लेखनीय है पी-नोट्स यानी पार्टिसिपेटरी नोट्स, भारत में पंजीकृत विदेशी पोर्टफोलिया निवेशकों द्वारा वैश्विक निवेशकों के लिए जारी किए जाते हैं जो खुद भारत में पंजीकृत हुए बिना ही भारतीय प्रतिभूति बाजार में निवेश करना चाहते हैं।
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