#ModiGoverment3Saal: मोदी के राज में विदेशी निवेशकों पर भारी पड़े घरेलू निवेशक, अब यहां है बड़े कमाई के मौके
मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके है। इस दौरान विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 1.55 लाख करोड़ रुपए और घरेलू निवेशकों ने 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया
नई दिल्ली। मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके है, लेकिन शेयर बाजार में अभी भी मोदी मैजिक जारी है। इस दौरान विदेशी निवेशकों (विदेशी संस्थागत निवेशक) ने जहां घरेलू बाजार में 1.55 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, घरेलू निवेशकों (घरेलू संस्थागत निवेशक) ने 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि दुनियाभर फंड मैनेजर पिछले कई साल से इंडिया पर ओवरवेट हैं। इंडिया के लिए अगली बड़ी स्टोरी डोमेस्टिक इनवेस्टमेंट की है, जो अच्छी दिख रहा है। हो सकता है कि विदेशी निवेशक ज्यादा निवेश न करें, लेकिन घरेलू इनवेस्टर्स अब भी और निवेश कर सकते हैं। वे मार्केट को और चढ़ा सकते हैं।
मोदी राज में विदेशी निवेशकों पर भारी पड़े घरेलू निवेशक
मई 2014 में मोदी की ऐतिहासिक जीत के बाद से सेंसेक्स 26 फीसदी चढ़ा है। इस साल अब तक फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FIIs) ने 50,390 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वहीं, पिछले तीन साल में उन्होंने भारतीय शेयर बाजार में 1.55 लाख करोड़ रुपए लगाए हैं। डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशंस भी पिछले तीन साल में बाजार में 1.77 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर चुके हैं। यह भी पढ़े #ModiGovernment3Saal: मोदी राज में निफ्टी छुएगा 10 हजार का स्तर, चुनिंदा शेयरों में बनेगा पैसा
आगे क्या है उम्मीदें
एंबिट के ग्रुप सीईओ अशोक वाधवा ने कहा, जीएसटी सहित टैक्स रिफॉर्म इस सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी। काले धन पर सख्ती से टैक्स टु जीडीपी रेशो में सुधार होगा। इससे फिस्कल मैनेजमेंट में भी आगे चलकर आसानी होगी।
इनाम होल्डिंग्स के डायरेक्टर मनीष चोखानी ने कहा, भारत पर निवेशकों का भरोसा बढ़ाने के लिए हम प्रधानमंत्री को सलाम करते हैं। 1 लाख करोड़ डॉलर के गवर्नमेंट एसेट्स की री-साइक्लिंग की उम्मीद है। इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। स्किल और जॉब क्रिएशन को लेकर पहल और टैक्स कोड को सिंपल बनाए जाने के आसार भी हैं। इसीलिए बाजार में तेजी रहेगी और निफ्टी 10,000 के स्तर को छू सकता है।यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: मोदी के कार्यकाल में निवेशक हुए मालामाल, ऐसे 5 हजार रुपए लगाकर कमाए 3 लाख
ज्यादातर फॉरेन फंड मैनेजर वर्षों से इंडिया पर ओवरवेट रहे हैं। इंडिया के लिए अगली बड़ी स्टोरी डोमेस्टिक इनवेस्टमेंट की है, जो अच्छा दिख रहा है। हो सकता है कि विदेशी निवेशक ज्यादा निवेश न करें, लेकिन लोकल इंडियन इनवेस्टर्स अब भी और निवेश कर सकते हैं। वे मार्केट को और चढ़ा सकते हैं।
अब कहां है बड़े रिटर्न पाने के मौके
मार्केट एक्सपर्ट अंबरीश बलिगा का कहना है कि एफएमसीजी में इमामी, डाबर, सीमेंट में अंबुजा सीमेंट और ऑटो एंसिलरी में ग्रैबिएल इंडिया पर लंबी अवधि के लिए दांव लगाया जा सकता है, लेकिन टायर शेयर इन स्तरों पर अब महंगे लग रहे है। जैन इरीगेशन भी पसंदीदा शेयरों में शामिल है, इसमें अब गिरावट पर धीरे-धीरे खरीदारी की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं अंबुजा सीमेंट अगर 5-6 फीसदी की गिरावट पर मिलती है तो निवेश कर सकते हैं।यह भी पढ़े: #ModiGoverment3Saal: सोने से रूठी ‘लक्ष्मी’, जुलाई तक हो सकता है 1100 रुपए सस्ता
अंबरीश बलिगा का कहना है कि पीएसयू बैंकों में इन स्तरों पर निवेश की सलाह नहीं होगी। इनमें अगले 4-6 तिमाही तक एनपीए इश्यू बना रहेगा। लेकिन प्राइवेट सेक्टर बैंकों में लंबी अवधि के लिए कोटक महिंद्रा बैंक अच्छा लगता है। प्रभात डेयरी में गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह होगी। वहीं उमंग डेयरीज का शेयर गिरावट पर 73-74 रुपये पर मिलता है तो इसपर भी दांव लगा सकते हैं।