नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के परिणामों से उत्साहित शेयर बाजार से जल्द ही बड़ी खबर आ सकती है। मोदी सरकार की दोबारा वापसी को बाजार कैसे देख रहा है। अगले 5 सालों में निफ्टी कहां तक पहुंचेगा और कौन से सेक्टर्स में कमाई के मौके सबसे ज्यादा होंगे। इन्ही सब को लेकर अमेरिका की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी मॉर्गन स्टेनले ने भारतीय शेयर बाजार के लिए बड़े संकेत दिए हैं।
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद देश के शेयर बाजार के निवेशकों की पूंजी 75.25 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। इस दौरान बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 61 प्रतिशत चढ़ा है। अमेरिका की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी मॉर्गन स्टेनले के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार (Stock market) में तेजी का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। यह जून-2020 तक 45,000 के स्तर को पार कर सकता है, वहीं निफ्टी भी 13500 के स्तर की छू सकता है।
साल 1980 के बाद से 11 चुनावी नतीजों के दिन में से आठ मौकों पर सेंसेक्स ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है। साल 2014 में सेंसेक्स ने 30% की तेजी दिखाई थी। साल 2009 में 81%, 2004 में 13% और 1999 में 64% की छलांग लगाई। तीन मौकों पर सेंसेक्स निराश किया है। 1998 में सेंसेक्स 17% टूटा था। 1996 और 2019 में भी तेजी के बाद गिरावट आई।
अगले 5 साल में बैंक, इंफ्रा, एफएमसीजी और कंजम्प्शन शेयरों में हो सकती है जोरदार कमाई
मॉर्गन स्टेनले के मुताबिक, अगले एक साल की बात करें तो डोमेसिटक लेवल पर ज्यादा चिंता नहीं दिख रही है लेकिन ग्लोबल स्तर पर कुछ फैक्टर बाजार के लिए चिंता पैदा कर सकते हैं। इनमें ट्रेड वार, क्रूड की कीमतें और यूएस फेड लिए कई कठिन निर्णय शामिल हो सकते हैं। हालांकि विदेशी निवेशकों के निवेश को लेकर चिंता नहीं दिख रही है। ब्रोकरों का मानना है कि अगले 5 साल में बैंक, इंफ्रा, एफएमसीजी और कंजम्प्शन शेयरों में जोरदार कमाई होगी। भारतीय बाजारों के लिए ग्लोबल संकेत मिलेजुले हैं। एसजीएक्स निफ्टी में तेजी है लेकिन बाकी एशिया और यूएस में गिरावट है।
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