नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड उद्योग ने बीते वित्त वर्ष 2020-21 में 81 लाख नए निवेशक खाते जोड़े। इस तरह म्यूचुअल फंड इकाइयों के फोलियो का कुल आंकड़ा 9.78 करोड़ पर पहुंच गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष में भी म्यूचुअल फंड उद्योग के फोलियो में वृद्धि का सिलसिला जारी रहेगा।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। उद्योग ने वित्त वर्ष 2019-20 में 72.89 लाख फोलियो जोड़े थे। मॉर्निंगस्टार इंडिया के निदेशक प्रबंधक शोध कौस्तुभ बेलापुरकर ने कहा, ‘‘निवेशक अब दीर्घावधि के साथ लघु अवधि के वित्तीय लक्ष्यों के लिए म्यूचुअल फंड के प्रति जागरूक हो रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि निवेशक जागरूकता कार्यक्रम, म्यूचुअल फंड कंपनियों, वित्तीय सलाहकारों तथा वितरकों द्वारा निवेशकों किए गए जमीनी कार्यों से म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। फोलियो व्यक्तिगत निवेशकों को दी गई संख्या होती है। एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते हैं।
आंकड़ों के अनुसार, 43 म्यूचुअल फंड कंपनियों के पास फोलियो की संख्या मार्च, 2021 के अंत तक बढ़कर 9,78,65,529 हो गई। मार्च, 2020 के अंत तक यह 8,97,46,051 थी। इस तरह फोलियो की संख्या में 81.19 लाख की बढ़ोतरी हुई। बीता वित्त वर्ष बाजार में कमाई के मामले में काफी अहम रहा, कोरोना संकट के बीच भी इसमें बढ़त देखने को मिली थी। बीते साल ही सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने अब तक के नये रिकॉर्ड स्तर दर्ज किये। केंद्रीय बैंकों के द्वारा उठाये गये कदमों से बाजार में लिक्विडिटी काफी बढ़ गयी जिसका फायदा शेयर बाजारों को मिला। रिकॉर्ड तेजी को देखते हुए बड़ी संख्या में निवेशक इक्विटी म्युचुअल फंड्स स्कीम की तरफ आकर्षित हुए। इसके साथ ही जानकार मान रहे हैं निवेश के प्रति बढ़ती जागरुकता और छोटे शहरों से मिलने वाले अच्छे रिस्पॉन्स की वजह से भी निवेशकों की संख्या में बढ़त देखने को मिली है।
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