3 महीने में निवेशकों ने की 25.46 लाख करोड़ रुपये की कमाई, FY21 में विदेशी मुद्रा भंडार 99.2 अरब डॉलर बढ़ा
बाजार में बढ़त के साथ बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी इस साल 15 जून को अपने उच्चतम स्तर 2,31,58,316.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी।
नई दिल्ली। शेयर बाजार में आई तेजी के साथ मौजूदा वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में 25,46,954.71 करोड़ रुपये की भारी वृद्धि हुई है। इस वित्त वर्ष में 30 शेयर वाले बीएसई सेंसेक्स ने छह प्रतिशत की तेजी या 2,973. 56 अंकों की बढ़त हासिल की है। बीएसई का सेंसेक्स 28 जून को अपने उच्चतम स्तर 53,126.73 पर पहुंच गया था। 25 जून को वह 52,925.04 के रिकॉर्ड अंक पर बंद हुआ था।
बाजार में बढ़त के साथ बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों की पूंजी इस साल 15 जून को अपने उच्चतम स्तर 2,31,58,316.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गई थी। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण ने 24 मई को 3,000 अरब डॉलर (करीब 220 लाख करोड़ रुपये) का आंकड़ा छू लिया था। पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 90,82,057.95 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 2,04,30,814.54 करोड़ रुपये हो गया।
2020-21 में विदेशी मुद्रा भंडार 99.2 अरब डॉलर बढ़ा
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान मूल्यांकन प्रभाव सहित 99.2 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। इससे पिछले वर्ष यह वृद्धि 64.9 अरब डॉलर थी। रिजर्व बैंक ने बुधवार को एक रिपोर्ट में कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार पर मूल्यांकन लाभ, प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मूल्यह्रास और सोने की कीमतों में वृद्धि का प्रभाव होता है। मूल्यांकन लाभ वर्ष 2020-21 के दौरान 11.9 अरब डॉलर था, जो वर्ष 2019-20 के दौरान 5.4 अरब डॉलर था।
वर्ष 2020-21 के दौरान भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में बदलाव के स्रोत पर इस रिपोर्ट के अनुसार भुगतान संतुलन (मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) के आधार पर वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 87.3 अरब डॉलर की वृद्धि हुई, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 59.5 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। वित्त वर्ष 2020-21 में चालू खाता अधिशेष 23.9 अरब डॉलर था, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में 24.7 अरब डॉलर का घाटा हुआ था। आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2020-21 में पूंजी खाता 63.4 अरब डॉलर के बराबर था, जो पिछले वित्त वर्ष में 84.2 अरब डॉलर था। आंकड़ों से पता चलता है कि देश में विदेशी निवेश वित्त वर्ष 2020-21 में 80.1 अरब डॉलर था, जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में यह 44.4 अरब डॉलर था।
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