सोने में निवेश अब नहीं होगा फायदेमंद
सोने की कीमतों में इस साल अब तक करीब 16 फीसदी तेजी आ चुकी है ऐसे में निवेशकों के मन में यह सावल जरूरहोगा कि सोने में निवेश अब भी फायदेमंद है या नहीं।
नई दिल्ली। सोने की कीमतों में इस साल अब तक करीब 16 फीसदी तेजी आ चुकी है और फिलहाल इसमें बड़ी गिरावट की संभावना कम है। ऐसे में निवेशकों के मन में यह सावल जरूर उठ रहा होगा कि सोने में निवेश अब भी फायदेमंद है या नहीं। इसी सावल को जब इंडियाटीवी पैसा की टीम ने एक्सपर्ट्स से पूछा तो उन्होंने बताया कि सोने में काफी अच्छा रिटर्न मिल चुका है और अब आगे इसमें रिटर्न मिलने की संभावना कम है। ऐसे में निवेशकों को बेहतर रिटर्न के लिए किसी और एसेट की ओर रुख करना चाहिए।
चांदी हो सकती हो बेहतर विकल्प
केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया के मुताबिक पिछले तीन माह में सोने ने घरेलू बाजार में करीब 14 फीसदी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 16 फीसदी के आसपास रिटर्न दिया है। अगर पिछले 10-12 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो पता चलता है कि सोना 20-22 फीसदी से अधिक रिटर्न नहीं देता है। ऐसे में सिर्फ 6-8 फीसदी के रिटर्न के लिए सोने में निवेश करना इस वक्त सही नहीं होगा। वहीं डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती लौटती नजर आ रही है, जिसकी वजह से सोने की कीमतों पर दबाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में निवेश के लिए चांदी बेहतर विकल्प हो सकता है।
तेजी पर एक्सपर्ट्स ने उठाए सवाल
केडिया ने बताया कि अभी भी सोने पर ट्रेडर्स 27 डॉलर तक डिस्काउंट ऑफर कर रहे हैं। अगर बाजार में तेजी का महौल और डिमांड अच्छी है तो फिर डिस्काउंट क्यों? उन्होंने कहा कि सोने की कीमतों में फिलहाल तेजी इसलिए नजर आ रही है क्योंकि अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी तेज गति से नहीं होने की संभावना है। लेकिन, फंडामेंटल की बात करें तो घरेलू बाजार में डिमांड कमजोर है। दूसरी ओर सरकार इस साल इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती कर सकती है। इसकी वजह से सोने की कीमतें 26,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक आ सकती हैं, जो फिलहाल 28,500 रुपए प्रति 10 ग्राम के आसपास हैं।
सोने में 30 साल की सबसे बड़ी तिमाही तेजी
सोने की कीमतों में पिछले 30 वर्षों की सबसे बड़ी तिमाही तेजी देखने को मिली है। 2016 के शुरुआती तीन महीने के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत में 15.6 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है। दरअसल अमेरिका में ब्याज दरें फिलहाल बढ़ने की संभावना कम है, जिसके कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती और चीन में मंदी के कारण सुरक्षित निवेश के लिए सोने की डिमांड बढ़ी है।