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Hindi News पैसा बाजार इंफोसिस का 13,000 करोड़ का पुनर्खरीद कार्यक्रम पूरा हुआ

इंफोसिस का 13,000 करोड़ का पुनर्खरीद कार्यक्रम पूरा हुआ

कार्यक्रम के तहत 1,150 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 11,30,43,478 इक्विटी शेयरों को वापस खरीदा गया। इसमें लेनदेन लागत को छोड़कर 13,000 करोड़ रुपये खर्च हुए

Infosys - India TV Paisa Infosys completes Rs 13000 crore Buyback

नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस का शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम पूरा हो गया। कंपनी ने आज इसकी जानकारी दी। पुनर्खरीद के तहत सुधा गोपालकृष्णन, रोहन मूर्ति और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC ने अपने पास के शेयर कंपनी को बेचे हैं। इंफोसिस का पुनर्खरीद कार्यक्रम 30 नवंबर को शुरू और 14 दिसंबर को समाप्त हुआ। इंफोसिस ने नियामकीय जानकारी में कहा, "कार्यक्रम के तहत 1,150 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 11,30,43,478 इक्विटी शेयरों को वापस खरीदा गया। इसमें लेनदेन लागत को छोड़कर 13,000 करोड़ रुपये खर्च हुए।" LIC, सिंगापुर सरकार, सुधा गोपालकृष्णन (इंफोसिस के सह-संस्थापक एस गोपालकृष्णन की पत्नी) और रोहन मूर्ति (सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के बेटे) समेत अन्य ने अपने पास के शेयर कंपनी को वापस बेचे।

नियामकीय जानकारी में कहा गया है कि पुनर्खरीद में आए कुल इक्विटी शेयरों में एलआईसी की हिस्सेदारी 5.41 प्रतिशत और सिंगापुर सरकार के निवेश कोष की हिस्सेदारी 2.18 प्रतिशत रही । इसी तरह पुनर्खरीद में सुधा गोपालकृष्णन के 15 लाख शेयर और मूर्ति के 13.92 लाख शेयर स्वीकार किए गए। इस साल सितंबर में, प्रवर्तक समूह के सदस्यों में व्यक्तिगत हैसियत में कंपनी की सबसे ज्यादा 2.14 प्रतिशत हिस्सेदारी गोपालकृष्णन की पत्नी सुधा गोपालकृष्णन के पास थी। सितंबर 2017 में इंफोसिस में प्रवर्तक समूहों और उनके परिवार के सदस्यों की संयुक्त रूप से 29.28 करोड़ शेयर यानी 12.75 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। पुनर्खरीद कार्यक्रम के बाद उनकी हिस्सेदारी 12.90 प्रतिशत हो गई।

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