नई दिल्ली। दिसबंर के दौरान भारत में सोने का आयात 50 फीसदी तक घट सकता है। इंडस्ट्री के मुताबिक नोटबंदी के कारण सोने की रिटेल मांग में भारी कमी आई है। इसका असर सोने की कीमतों पर भी देखने को मिलेगा। वहीं आयात घटने से व्यापार घाटे में गिरावट आएगी। इससे पहले नवंबर में सोने का आयात 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। दूसरी ओर कीमतें करीब 10 महीने के निचले स्तर पर हैं।
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन के डायरेक्टर बच्छराज बामलवा ने कहा, दिसबंर में 50 टन सोना आयात होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि नकदी संकट के कारण रिटेल डिमांड में जोरदार गिरावट आई है। नवंबर में 100 टन सोना आयात हुआ जो कि दिसंबर 2015 के बाद सबसे अधिक है। यह बढ़ोतरी नोटबंदी की वजह से देखने को मिली थी। 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद होने के तुरंत बाद लोगों ने जमकर सोने की खरीदारी की थी।
इसलिए घटेगा सोने का आयात
- सरकार ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने के साथ ही बैंक से पैसे निकालने की भी सीमा तय की थी।
- इसके तहत शादी के लिए 2.50 लाख रुपए तक निकाला जा सकता है।
- लेकिन, इसके लिए साबित करना होगा की आपके घर में शादी है।
- देश में शादी के सीजन के दौरान सबसे ज्यादा सोना बिकता है।
- ऐसे में कैश की कमी के कारण ज्वैलरी की खरीदारी में गिरावट दर्ज की जा रही है।
सोना खरीदने के लिए नहीं कैश
- ट्रेडर्स ने बताया कि सोने के आयात पर प्रतिबंध की आशंका को देखते हुए मिड-नवंबर के दौरान सोना जमकर आयात हुआ।
- हालांकि, नोटबंदी के बाद कैश की कमी के चलते नवंबर के तीसरे हफ्ते में सोने की मांग घटी है।
- उनका कहना है कि नवंबर में आयात हुआ सोना अबी भी बचा हुआ है।
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