एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मंगलवार को 4 पैसा मजबूत होकर 64.32 पर खुला
मंगलवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 4 पैसा मजबूत होकर 64.32 पर खुला है।
नई दिल्ली। मंगलवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत मजबूती के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 4 पैसा मजबूत होकर 64.32 पर खुला है। वहीं, सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे की मजबूती के साथ 64.36 के स्तर पर बंद हुआ था। जबकि, पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 3 पैसे की मामूली बढ़त के साथ 64.44 के स्तर पर बंद हुआ था।। यह भी पढ़े: अनिल अंबानी की इस कंपनी में 1 लाख रुपए लगाकर निवेशक बने करोड़पति, आपके पास भी मौका
लगातार चौथे दिन रुपए में तेजी
सोमवार के कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए में लगातार चौथे सत्र में तेजी देखने को मिली। सरकारी बैंकों और निर्यातकों की सतत डॉलर बिकवाली से रुपया आठ पैसे मजबूत होकर तीन सप्ताह के उच्च स्तर 64.36 रुपे प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। यह भी पढ़े: #monsoon2017: मानसून के इस सीजन में आपके पास है इन शेयरों में पैसा बनाने का मौका, ऐसे उठाएं फायदा
RBI की दो दिवसीय बैठक मंगलवार से शुरू
विशेषज्ञों का मानना है कि रिजर्व बैंक बुधवार को अपनी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगा। विशेषग्यों ने कहा कि केंद्रीय बैंक अभी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्यन के मुद्रास्फीति पर पड़ने वाले असर का आकलन करना चाहेगा, ऐसे में वह नीतिगत दरों में बदलाव नहीं करेगा। रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक 6 और 7 जून को होगी। यूनियन बैंक आफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक विनोद कथूरिया ने कहा, मुझे नहीं लगता कि रिजर्व बैंक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में कटौती नहीं होगी। वे इस बारे में कोई फैसला करने के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का इंतजार करेंगे।यह भी पढ़े: एक महीने में 70 फीसदी तक गिरे इन शेयरों के भाव, अब क्या करें निवेशक
अगर अमेरिका में बढ़ी ब्याज दरें तो अगली छमाही में गिर सकता है रुपया
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के जारी सर्वे के मुताबिक अगर अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ती है तो अगली छमाही में भारतीय रुपए पर दबाव देखने को मिल सकता है। वहीं, ब्रोकरेज फर्म सिटी के मुताबिक जून में अगर ब्याज दरें बढ़ती है तो अमेरिकी डॉलर को इससे सहारा मिलेगा। लिहाजा इमर्जिंग मार्केट की करेंसी पर दबाव देखने को मिल सकता है। यह भी पढ़े:इन कंपनियों के मालिकों ने 1.8 लाख करोड़ रुपए के शेयर रखें गिरवी, निवेशक रहें सावधान