नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2017-18 में रिकॉर्ड चावल निर्यात के बाद अब नए वित्त वर्ष 2018-19 में भी निर्यात में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2018-19 के पहले 2 महीने यानि अप्रैल और मई के दौरान देश से चावल निर्यात में 17 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, हालांकि इस दौरान सिर्फ गैर बासमती चावल का निर्यात बढ़ा है जबकि बासमती चावल के निर्यात में कमी देखने को मिली है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल और मई के दौरान देश से करीब 21.90 लाख टन चावल का निर्यात हो गया है जबकि पिछले साल इस दौरान 18.64 लाख टन चावल का एक्सपोर्ट हुआ था। इस साल निर्यात हुए कुल 21.90 लाख टन चावल में 14.35 लाख टन गैर बासमती चावल है और 7.55 लाख टन बासमती चावल, पिछले साल अप्रैल और मई के दौरान 10.66 लाख टन गैर बासमती और 7.98 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
दुनियाभर मे भारत चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश है, 2017-18 के दौरान भारत से करीब 127 लाख टन चावल का निर्यात हुआ है जो अबतक का रिकॉर्ड है, इस साल भी निर्यात की शुरुआत अच्छी हुई है और उम्मीद जताई जा रही है कि साल अंत तक निर्यात का रिकॉर्ड टूट सकता है। इस साल चीन ने भी भारत से गैर बासमती चावल आयात के लिए अपने दरवाजे खोले हैं, चीन दुनिया में सबसे बड़ा चावल आयातक देश है, ऐसे में उम्मीद है कि आगे चलकर देश से चावल निर्यात में बढ़ोतरी हो सकती है।
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