नई दिल्ली| दिसंबर तिमाही में तेल कंपनी एचपीसीएल का स्टैंडअलोन मुनाफा 3 गुना बढ़कर 747 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी को 248 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस दौरान कंपनी की कुल आय में कमी देखने को मिली है। हालांकि इन्वेंटरी गेन की मदद से कंपनी मुनाफा बढ़ाने में सफल रही। वहीं पिछले साल के मुकाबले कंपनी के ग्रॉस रिफायनिंग मार्जिन में गिरावट देखने को मिली है।
एचपीसीएल के चेयरमैन और एमडी मुकेश कुमार सुराणा के मुताबिक पिछले साल की तीसरी तिमाही में कंपनी को 3465 करोड़ का इन्वेंटरी घाटा हुआ था वहीं इस तिमाही में 343 करोड़ का इन्वेंटरी गेन हुआ है। उनके मुताबिक विदेशी मुद्रा में बदलाव से हुए सीमित मुनाफे से इन्वेंटरी गेन का असर पर कम हुआ। इन्वेंटरी गेन तब होता है जब कच्चे तेल की प्रोसेसिंग के दौरान इंटरनेशनल मार्केट की कीमतों में बढ़त दर्ज हो । पेट्रोल और डीजल की कीमत कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर है, इससे कच्चे तेल की कीमते बढने पर कंपनी ऊंचे दाम पर पेट्रोल डीजल बेचती है। जिससे उसे मुनाफा होता है।
तिमाही के दौरान कंपनी की बिक्री 76884 करोड़ रुपये से घटकर 74288 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई। वहीं इस दौरान कंपनी के जीआरएम यानि ग्रॉस रिफायनिंग मार्जिन पिछले साल के मुकाबले 3.72 डॉलर प्रति बैरल से घटकर 1.79 डॉलर प्रति बैरल रहे हैं।
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