सोने का भाव 50 हजार रुपए के पार- 7 साल की ऊंचाई पर चांदी, अभी और आएगी तेजी
सोना और चांदी के भाव का अनुपात कोविड-19 महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच चुका है और इस समय 83 के स्तर पर है जोकि इस बात का सूचक है कि सोने से कहीं ज्यादा निवेशकों का रुझान चांदी की तरफ है।
नई दिल्ली। दुनियाभर में खराब आर्थिक हालात और कमजोर डॉलर की वजह से सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखी जा रही है। घरेलू बाजार में सोने का भाव बुधवार को 50 हजार रुपए के पार पहुंच गया। एमसीएक्स पर 50,008 रुपए प्रति 10 ग्राम का स्तर छू चुका है। बुधवार सुबह सोने की कीमतों ने कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर नजदीकी वायदा सौदे के लिए 49,996 रुपए प्रति 10 ग्राम का स्तर छुआ था। यह अबतक का सबसे ज्यादा भाव है।
वहीं चांदी की बात करें तो एमसीएक्स पर चांदी की कीमतों ने 60,782 रुपए प्रति किलो की ऊंचाई को छुआ है, जो 7 साल में सबसे ज्यादा भाव है। 7 साल पहले घरेलू बाजार में चांदी की कीमतों ने 73 हजार रुपए प्रति किलो की ऊंचाई को छुआ था। एमसीएक्स पर आज सोने की कीमतों में 400 रुपए प्रति 10 ग्राम से ज्यादा और चांदी में 3000 रुपए प्रति किलो से ज्यादा की तेजी देखी जा रही है।
एंजेल कमोडिटी के एवीपी अनुज गुप्ता ने बताया कि दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था के हालात खराब हो चुके हैं और लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने और चांदी में निवेश बढ़ा रहे है, जिस वजह से सोने और और चांदी की कीमतों में उछाल आया है। अनुज गुप्ता ने यह भी बताया कि अमेरिकी करेंसी डॉलर में लगातार कमजोरी आ रही है इस वजह से भी कमोडिटीज की कीमतों में उछाल आया है।
इसके अलावा वैश्विक बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है, जिसकी वजह से घरेलू बाजार में दोनो के भाव बढ़ गए हैं। वैश्विक बाजार में सोने का भाव 9 साल की ऊंचाई 1858 डॉलर प्रति औंस पर है, जबकि चांदी का भाव 7 साल की ऊंचाई 22.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है।
अनुज गुप्ता के मुताबिक आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है और अगले एक महीने में चांदी का भाव 62 हजार रुपए प्रति किलो तथा सोने का भाव 52 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के कारण खनन कार्य प्रभावित होने और आपूर्ति बाधित होने से चांदी की कीमतों में ज्यादा तेजी देखी जा रही है। हालांकि कोरोना काल में निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ने से महंगी धातुओं की कीमतों को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। कमोडिटी विश्लेषक बताते हैं हार्ड एसेट्स के तौर पर इस समय सोना और चांदी लोगों की पहली पसंद बन गई है।
सोना और चांदी के भाव का अनुपात कोविड-19 महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच चुका है और इस समय 83 के स्तर पर है जोकि इस बात का सूचक है कि सोने से कहीं ज्यादा निवेशकों का रुझान चांदी की तरफ है।