नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) चालू कैलेंडर वर्ष में लगातार दूसरे महीने शुद्ध निवेशक बने हुए हैं। आम बजट को लेकर सकारात्मक धारणा तथा कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहने के बीच एफपीआई ने फरवरी में भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 23,663 करोड़ रुपये का निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार 1 से 26 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 25,787 करोड़ रुपये डाले, लेकिन उन्होंने ऋण या बांड बाजार से 2,124 करोड़ रुपये की निकासी भी की। इस तरह भारतीय बाजार में उनका शुद्ध निवेश 23,663 करोड़ रुपये रहा।
पिछले महीने एफपीआई ने भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 14,649 करोड़ रुपये डाले थे। कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष एवं प्रमुख (बुनियादी शोध) रुस्मिक ओझा ने कहा कि इस महीने एफपीआई के प्रवाह में मुख्य वजह आम बजट और कंपनियों के अच्छे तिमाही नतीजे रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका में 10 साल के बांड पर प्राप्ति बढ़ने से एफपीआई का प्रवाह सुस्त पड़ा है। उन्होंने कहा कि पूंजी प्रवाह में अमेरिका के 10 साल के बांड पर प्राप्ति का महत्वपूर्ण योगदान है। मुद्रास्फीति को लेकर बांड पर प्राप्ति बढ़ रही है। इससे पूंजी का प्रवाह सुस्त पड़ेगा।
ये लगातार पांचवा महीना है जब विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुद्ध रूप से घरेलू बाजार में खरीदारी की है। दिसंबर के महीने में निवेशकों ने रिकॉर्ड निवेश किया था। आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने दिसंबर महीने में शेयरों में शुद्ध रूप से रिकार्ड 62,016 करोड़ रुपये निवेश किये जबकि बांड में 6,542 करोड़ रुपये लगाये। शुद्ध रूप से कुल निवेश दिसंबर महीने में 68,558 करोड़ रुपये रहा। नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी लि. द्वारा एफपीआई आंकड़ा उपलब्ध कराये जाने के बाद से इक्विटी खंड में यह सर्वाधिक निवेश है। इससे पहले, एफपीआई ने नवंबर माह में इक्विटी में सर्वाधिक 60,358 करोड़ रुपये निवेश किये थे। आंकड़े के अनुसार एफपीआई अक्टूबर और नवंबर में शुद्ध रूप से लिवाल रहे थे। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने अक्टूबर में 22,033 करोड़ रुपये तथा नवंबर में 62,951 करोड़ रुपये निवेश किये।
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