नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले पांच कारोबारी सत्रों में भारतीय बाजारों में 8,381 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। कारोबारी गतिविधियों की बहाली और उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों के चलते इस दौरान बाजार के प्रतिभागियों का घरेलू बाजारों पर भरोसा बढ़ा है। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने इक्विटी में सकल आधार पर 6,564 करोड़ रुपये और डेट सेग्मेंट में 1,817 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह 2-6 नवंबर के बीच कुल 8,381 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय बाजारों में शुद्ध 22,033 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी। मॉर्निंग स्टार इंडिया के संयुक्त निदेशक- शोध प्रबधंक - हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अर्थव्यवस्था को खोलने, व्यावसायिक गतिविधियों की बहाली और उम्मीद से बेहतर तिमाही नतीजों ने भारतीय बाजारों में निवेशकों की दिलचस्पी बरकरार रखी है। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड-19 के मामलों में कमी और अमेरिकी डॉलर के रुख में कमजोरी के चलते भी निवेशकों की भावनाएं मजबूत हुईं। श्रीवास्तव ने कहा कि ऋण खंड में निवेश के लिए अन्य कारकों के साथ ही आरबीआई द्वारा घोषित हालिया उपायों ने एफपीआई निवेश को आकर्षित किया। ग्रोव के सह-संस्थापक और सीओओ हर्ष जैन ने कहा कि भारत में सभी सेक्टरों में विदेशी निवेश आया है और निवेशक अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी चुनाव परिणाम के बाद निवेशकों की सेंटीमेंट्स में में अधिक स्थिरता की उम्मीद की जा सकती है।
Latest Business News