नई दिल्ली। लगातार चार महीने की बिकवाली के बाद फरवरी में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भारतीय पूंजी बाजार के प्रति आकर्षण फिर बढ़ता दिख रहा है। फरवरी महीने के पहले तीन दिन में FPI ने पूंजी बाजार में 2,300 करोड़ रुपए डाले हैं। FPI टैक्सेशन पर स्थिति स्पष्ट होने के बाद वे निवेश कर रहे हैं।
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- इससे पहले अक्टूबर से जनवरी की अवधि में विदेशी निवेशकों ने शेयर और डेट बाजार से कुल 80,310 करोड़ रुपए की निकासी की थी।
- उससे पहले उन्होंने पूंजी बाजार में 20,000 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
- डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, एक से तीन फरवरी के दौरान FPI ने शेयरों में शुद्ध रूप से 1,246 करोड़ रुपए का निवेश किया।
- जबकि इस दौरान उन्होंने ऋण या बांड बाजार में 1,098 करोड़ रुपए का निवेश किया।
- इस तरह उनका शुद्ध निवेश 2,344 करोड़ रुपए रहा।
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में श्रेणी एक और दो के FPI को अप्रत्यक्ष स्थानांतरण पर टैक्सेशन से छूट से प्रस्ताव किया है, जिससे निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है।
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जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा
शेयरों पर दीर्घावधि के पूंजीगत लाभ कर में किसी तरह का बदलाव न होने से निवेशकों की लेनदेन की लागत को लेकर आशंका दूर हुई है।
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