नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने इस महीने घरेलू शेयर और बॉन्ड बाजार से अब तक करीब 8,000 करोड़ रुपए की निकासी की है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव तथा स्थानीय बाजार में बॉन्ड-यील्ड बढ़ने (बॉन्ड का भाव घटने) के रुझान के बीच विदेशी निवेशकों ने स्थानीय बाजारों से पूंजी की निकासी बढ़ा रखी है। इससे पहले मार्च में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 11,654 करोड़ रुपए निवेश किए थे जबकि ऋणपत्र बाजार से नौ हजार करोड़ रुपए की निकासी की थी। एफपीआई ने फरवरी में घरेलू पूंजी बाजार से 11,674 करोड़ रुपए निकाले थे।
हालिया आंकड़ों के अनुसार, 2 अप्रैल से 10 अप्रैल के दौरान एफपीआई ने शेयर बाजारों से 4,181 करोड़ रुपए और ऋणपत्र बाजार से 3,586 करोड़ रुपए निकाले।
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट के निवेश सलाह प्रमुख आशीष शंकर ने कहा कि ऋणपत्र बाजार में यील्ड बढ़ने तथा व्यापार संबंधों को लेकर अनिश्चितता कायम है। घरेलू राजनीतिक गतिविधियां, उच्च मूल्यांकन और शेयरों पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर के प्रावधानों से भी बाजार के प्रति धारणा कमजोर हुई है।
प्रभुदास लीलाधर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय बोडके ने कहा कि चौथी तिमाही के परिणामों की शुरुआत तथा वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता के कारण घरेलू शेयर बाजार अभी स्थिति का जायजा ले रहा है।
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