नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हीरा कारोबारी नीरव मोदी के कथित घोटाले के बाद भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने अपना पैसा निकालना शुरू किया है। आंकड़ों के मुताबिक फरवरी महीने में भारतीय शेयर बाजारों से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 11000 करोड़ रुपये की निकासी की जो 5 महीने में सबसे बड़ी निकासी है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि अन्य विदेशी बाजारों में बेहतर अवसरों के चलते उक्त निकासी की गई है। इससे पहले जनवरी महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजारों में 13781 करोड़ रुपये का निवेश किया किया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रबंध निदेशक विक्रम लिमये ने कहा कि ब्राजील जैसे उदीयमान बाजारों के ज्यादा अनुकूल होने के बीच FPI ने भारतीय बाजारों से निकासी की। इसके अलावा इस निकासी के लिए वैश्विक कारक भी जिम्मेदार हो सकते हैं।
डिपाजिटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार FPI ने पिछले महीने इक्विटी से 11,037 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की। यह एफपीआई द्वारा सितंबर 2017 के बाद का सबसे बड़ी निकासी है जब उन्होंने 11,392 करोड़ रुपये की निकासी की थी। इसके साथ ही फरवरी 2018 विदेशी निवेशकों ने ऋण बाजारों से 253 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की।
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