नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने पिछले आठ कारोबारी सत्रों में भारतीय पूंजी बाजार में 8,500 करोड़ रुपए का निवेश किया है। कच्चे तेल के दाम में सुधार, रुपए की विनिमय दर में स्थिरता तथा कंपनियों के बेहतर वित्तीय नतीजे के बीच ये निवेश किए गए। इससे पहले, जुलाई में एफपीआई भारतीय पूंजी बाजार में 2,300 करोड़ रुपए डाले थे। इससे पिछले तीन महीनों के दौरान उन्होंने भारतीय पूंजी बाजारों से निकासी की थी। कच्चे तेल की कीमतों में कमी के बीच व्यापार घाटा कम होने की उम्मीद में एफपीआई ने पूंजी बाजारों में निवेश बढ़ाया है।
ताजा डिपोजिटरी आंकड़े के अनुसार एफपीआई ने एक अगस्त से 10 अगस्त के बीच शेयरों में शुद्ध रूप से 2,373 करोड़ रुपए तथा बांड बाजार में 6,208 करोड़ रुपए की पूंजी का निवेश किया है। कुल मिलाकर 8,581 करोड़ रुपए (1.2 अरब डालर) की पूंजी डाली गयी।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल-जून के तीन माह में एफपीआई ने पूंजी बाजारों (ऋण और शेयर) से 61,000 करोड़ रुपए की निकासी की थी। डिपोजिटरी के ताजा आंकड़ों के अनुसार जुलाई में एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 2,264 करोड़ रुपए तथा ऋण बाजारों में 48 करोड़ रुपए का निवेश किया। इस तरह उनका कुल निवेश 2,312 करोड़ रुपए रहा।
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