नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से उत्साहित हैं। विदेशी निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अब सरकार अधिक साहसी सुधारात्मक कदम उठाएगी। इसी वजह से मार्च में भारतीय पूंजी बाजार में एफपीआई का निवेश 3.4 अरब डॉलर रहा है।
- इससे पिछले महीने एफपीआई ने शेयर और ऋण बाजार में शुद्ध रूप से 15,862 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
- अक्टूबर-जनवरी के दौरान उन्होंने भारतीय पूंजी बाजार से 80,000 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की थी।
- डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एक से 17 मार्च के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 17,124 करोड़ रुपए का निवेश किया।
- ऋण बाजार में उनका शुद्ध निवेश 4,950 करोड़ रुपए रहा।
- इस तरह उनका कुल निवेश 22,074 करोड़ रुपए या 3.44 अरब डॉलर रहा।
बजाज कैपिटल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निवेश विश्लेषण प्रमुख आलोक अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी जीत के बाद निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार अब मजबूती से सुधारात्मक कदमों को आगे बढ़ाएगी।
वैश्विक संकेत तय करेंगे घरेलू बाजारों की चाल
इस हफ्ते बाजार की चाल घरेलू और वैश्विक व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजारों का रुझान, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का रुख, डॉलर के खिलाफ रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतें मिलकर तय करेंगे।
- अगले सप्ताह एवेन्यू सुपरमार्ट के शेयर बाजार में सूचीबद्ध होंगे। इस आईपीओ को निवेशकों की जोरदार प्रतिक्रिया मिली है।
- वहीं, संसद के बजट सत्र पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत नौ मार्च से हुई है।
- हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली सफलता से सत्ताधारी पक्ष को राजनीतिक बढ़त हासिल हुई है।
- इसाका असर संसद में भी देखने को मिलेगा। अब सुधारों की प्रक्रिया पर सरकार जोरदार ढंग से आगे बढ़ सकती है।
- वहीं, जीएसटी को भी एक जुलाई से लागू करने की तैयारी है।
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