कोरोना के कहर से 8 महीने में पहली बार हुआ रुपये का ये हाल, डॉलर के मुकाबले 75 से नीचे पहुंचा
भारतीय रिजर्व बैंक की बांड खरीदने की योजना के कारण बीते सप्ताह रुपये में कमजोरी आई और अब शेयर बाजार में बिकवाली होने के कारण देसी करेंसी पर दबाव देखा जा रहा है।
नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर बढ़ने और उसकी रोकथाम के लिए किए गए उपायों से आर्थिक गतिविधियां चरमराने की आशंकाओं से निवेशकों में नकारात्मक रुझान होने से घरेलू शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप डॉलर के मुकाबले रुपये में सोमवार को फिर कमजोरी आई। पिछले सत्र से 22 पैसे की कमजोरी के साथ खुलने के बाद देसी करेंसी लंबे अरसे के बाद फिर फिसलकर 75 रुपये प्रति डॉलर से नीचे आ गई है। आरंभिक कारोबार के दौरान देसी करेंसी का भाव 75.13 रुपये प्रति डॉलर तक टूटा, जो कि करीब साढ़े आठ महीने का निचला स्तर है। वहीं, दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स बीते सत्र से 0.15 फीसदी की मजबूती के साथ 92.30 पर बना हुआ था। बीते 24 घंटे में पूरे देश में कोरोनावायरस संक्रमण के 1.69 लाख नये केस आने की रिपोर्ट है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट (करेंसी व एनर्जी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि घरेलू शेयर बाजार में आई गिरावट के कारण देसी करेंसी की चाल सुस्त पड़ गई है। उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह भी डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई। उन्होंने बताया कि डॉलर के मुकाबले रुपया चार अगस्त 2020 के बाद के निचले स्तर पर आ गया है, जब देसी करेंसी में 75.17 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार देखने को मिला था।
गुप्ता के अनुसार, घरेलू मुद्रा में आगे 75.50 रुपये प्रति डॉलर तक का लेवल देखा जा सकता है। जानकार बताते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक की बांड खरीदने की योजना के कारण बीते सप्ताह रुपये में कमजोरी आई और अब शेयर बाजार में बिकवाली होने के कारण देसी करेंसी पर दबाव देखा जा रहा है।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि रुपये में कमजोरी की तीन प्रमुख वजह है। पहली यह कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली हुई है और देश में कोरोना के बढ़ते केस से कारोबारी रुझान सुस्त पर गया है। वहीं, तीसरी वजह यह भी है कि डॉलर इंडेक्स में मजबूती आई है।
शेयर बाजार में हाहाकार, सेंसेक्स 1700 अंक लुढ़का सेंसेक्स
देश के शेयर बाजार में सोमवार को आरंभिक कारोबार के दौरान बिकवाली के भारी दबाव में हाहाकार मचा हुआ था। सेंसेक्स आरंभिक कारोबार के दौरान 1700 अंकों से ज्यादा लुढ़ककर 47,926 पर आ गया और निफ्टी भी 508 अंक टूटकर 14,326 पर आ गया।
सुबह 9.42 बजे सेंसेक्स बीते सत्र से 1,128.23 अंकों यानी 2.28 फीसदी की गिरावट के साथ 48,463.09 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी बीते सत्र से 361.35 अंकों यानी 2.44 फीसदी की गिरावट के साथ 14,473.50 पर बना हुआ था।
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