नई दिल्ली। इस सप्ताह विभिन्न कंपनियों के तिमाही नतीजे तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की होने वाली बैठक शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा कि इस सप्ताह प्रमुख कंपनियों के फाइनेंशियल रिजल्ट्स तथा डेरिवेटिव खंड में अनुबंधों को आगे बढ़ाए जाने से बाजार धारणा पर असर पड़ेगा। इस सप्ताह जून तिमाही के परिणाम का बाजार धारणा पर असर जारी रहेगा। इसका कारण ICICI बैंक, HCL टेक, मारुति, ONGC, हीरो मोटो कार्प तथा डा. रेड्डीज जैसी प्रमुख कंपनियां अपने तिमाही परिणाम इस सप्ताह जारी करने वाले हैं। सिंघानिया ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व बुधवार को ब्याज दर के बारे में निर्णय करेगा।
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आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स के निदेशक और शोध प्रमुख अबनीश कुमार सुधांशु ने कहा कि इस सप्ताह शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। इसका कारण है कि कई प्रमुख कंपनियों के जून तिमाही के वित्तीय परिणाम आने हैं। इसलिए हमारा मानना है कि शेयर बाजार को कंपनियों के तिमाही नतीजे से दिशा मिलेगी और इसका रुझान सकारात्मक रह सकता है।
एसएएमसीओ सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी जे मोदी ने कहा कि पर्याप्त नकदी और कंपनियों के बेहतर वित्तीय नतीजों से शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है। धारणा उच्च स्तर पर पहुंच रही है और इसीलिए इसमें अचानक गिरावट का भी जोखिम है। वैश्विक बाजारों से किसी प्रकार का भी नकारात्मक रूख का भारत पर भी असर पड़ेगा।
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उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 25-26 जून को बैठक होने वाली है और अगर कोई अचंभित करने वाला कदम उठाया जाता है तो शेयर बाजार पर उसका प्रभाव पड़ेगा। पिछले सप्ताह बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में 8.14 अंक या 0.02 प्रतिशत की तेजी आई जबकि NSE निफ्टी 28.90 अंक या 0.29 प्रतिशत मजबूत हुआ।
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