Good Effects: सस्ते क्रूड ऑयल से भरेगी इन कंपनियों की जेब, शॉर्ट टर्म में अब ये शेयर कराएंगे मोटी कमाई
पिछले एक महीने में क्रूड 13 फीसदी तक सस्ता हो गया है। सस्ते क्रूड ऑयल से 1 महीने में मनाली पेट्रो, स्पाइसजेट के शेयर में 30% तक की तेजी आई है।
नई दिल्ली। इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) की कीमतें लगातार गिर रही हैं। पिछले एक महीने में क्रूड 13 फीसदी तक सस्ता हो गया है। इसीलिए पिछले एक महीने में नीलकमल इंडस्ट्री, मनाली पेट्रो, जेट एयरवेज, बीपीसीएल, एचपीसीएल और तमिलनाडु पेट्रो और स्पाइसजेट के शेयर में 30 फीसदी तक की तेजी आई है। माना जा रहा है कि उत्पादन में कमी नहीं आने से क्रूड की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। दुनियाभर के ब्रोकरेज हाउस का अनुमान है कि आगे भी कीमतों में 10 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल सकती है। लिहाजा निवेशक शॉर्ट टर्म के लिए इन शेयरों पर दांव लगाकर अच्छे रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
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एक महीने में 13 फीसदी सस्ता हुआ क्रूड
इंटरनेशनल मार्केट में नायमैक्स पर क्रूड का भाव 23 फरवरी को 55 डॉलर प्रति बैरल था। जो, कि 23 मार्च को गिरकर 48 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। दुनियाभर के बड़े ब्रोकरेज हाउस मानते हैं कि शॉर्ट टर्म में क्रूड की कीमतों पर दबाव जारी रहने की संभावना है, क्योंकि चीन की ओर से डिमांड में लगातार कमी देखने को मिल रही है। साथ ही, उत्पादन में भी अभी तक खास कटौती नहीं हुई है।
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सस्ते क्रूड से भरती है इन कंपनियों की जेब
- क्रूड की कीमतों में गिरावट से HPCL, BPCL और IOC जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को फायदा होगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक क्रूड की कीमतों में गिरावट के बाद ही ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करती हैं।
- MRPL, चेन्नई पेट्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज और मनाली पेट्रो जैसी ऑयल एंड गैस कंपनियों को भी फायदा होगा क्योंकि क्रूड इन कंपनियों के लिए कच्चे माल का काम करता है। ONGC, गेल और ऑयल इंडिया जैसी अपस्ट्रीम कंपनियों को भी फायदा होगा क्योंकि इन कंपनियों का सब्सिडी बोझ कम होगा।
- जेट एयरवेज और स्पाइजेट जैसी एविएशन कंपनियों को सस्ते क्रूड का फायदा मिलेगा क्योंकि इन कंपनियों को सस्ता एटीएफ उपलब्ध हो सकेगा। एयरलाइंस की कुल लागत में एटीएफ का हिस्सा 45-48 फीसदी तक होता है।
- अपोलो टायर्स, सीएट और जेके टायर्स जैसी टायर कंपनियों को भी क्रूड की कीमतों में गिरावट से फायदा होगा। टायर कंपनियों के उपयोग में आने वाला कार्बन ब्लैक या सिंथेटिक रबर, कच्चे तेल से ही तैयार होता है।
- एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स, कन्साई नेरोलैक और शालीमार पेंट्स जैसी पेंट कंपनियों को भी क्रूड की कीमतों में गिरावट से फायदा होगा क्योंकि इन कंपनियों के कुल कच्चे माल की लागत में क्रूड का हिस्सा 25-30 फीसदी होता है।
- एचयूएल, गोदरेज कंज्यूमर और डाबर जैसी एफएमसीजी कंपनियों को भी सस्ते क्रूड से फायदा होगा क्योंकि एफएमसीजी प्रोडक्ट बनाने की कुल लागत में 15-30 फीसदी क्रूड का उपयोग किया जाता है।
- सस्ते क्रूड से वीआईपी इंडस्ट्रीज को भी फायदा होगा और जैन इरीगेशन तथा फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज जैसी पीवीसी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को भी फायदा होगा। पीवीसी बनाने के लिए क्रूड के डेरिवेटिव का इस्तेमाल किया जाता है।
- सिंटेक्स इंडस्ट्रीज, नीलकमल और सुप्रीम इंडस्ट्रीज जैसी प्लास्टिक पर निर्भर रहने वाली कंपनियों को भी सस्ते क्रूड से फायदा होगा। डीसीडब्ल्यू, फिलिप्स कार्बन, गोवा कार्बन और नोसिल को भी सस्ते क्रूड से फायदा होगा।
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अब आगे क्या
मोतीलाल ओसवाल के एवीपी रवि शिनॉय का कहना है कि क्रूड की कीमतों में आई गिरावट से भारत को अच्छा फायदा होगा। क्रूड की गिरावट से एयरलाइंस कंपनियों को अच्छा फायदा मिलेगा। साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंज्यूमर कंपनियों को भी फायदा होगा। क्रूड की गिरावट से ऑटो कंपनियों को फायदा होगा।
क्या करें निवेशक
(1) स्पाइसजेट खरीदें
डी डी शर्मा ने स्पाइसजेट खरीदने की सलाह दी है। मौजूदा समय में एयरलाइंस कंपनी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है और कंपनी का ऑपरेशनल प्रदर्शन अच्छा है। ऑयल प्राइस एक रेंज में है, जिससे कारण इनकी फ्यूल कॉस्ट भी बेहतर चल रही है। पुरानी सभी देनदारियों का भुगतान कंपनी ने कर दिया है। देश की तीसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस है। कंपनी का वैल्यूएशन भी काफी अच्छा है। लिहाजा इसमें 12 महीने का नजरिया रख 130 रुपए के लक्ष्य के लिए खरीदारी करने की सलाह होगी।
(2) जेट एयरवेज खरीदें
एसएमसी ग्लोबल के डेरिवेटिव हेड नितिन मुरारका के मुताबिक जेट एयरवेज में तेजी का ट्रेंड पॉजिटीव है और आगे भी बरकरार रहेगा। कैश मार्केट में जेट एयरवेज को 460 रुपए के ऊपर खरीदें और 448-440 रुपए के आसपास का स्टॉपलॉस रखें। जेट एयरवेज को 500-510 रुपए के लक्ष्य के लिए होल्ड कर सकते हैं।