नई दिल्ली। रत्न एवं आभूषण निर्यात वित्त वर्ष 2016-17 की अप्रैल-जनवरी अवधि में 9.5 प्रतिशत बढ़कर 29 अरब डॉलर रहा। मुख्य रूप से अमेरिका जैसे बड़े बाजारों में मांग बढ़ने से आभूषण निर्यात बढ़ा है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के आंकड़ों के अनुसार इससे पूर्व वित्त वर्ष 2015-16 की इसी अवधि में इस क्षेत्र से निर्यात 26.5 अरब डॉलर रहा था। देश के कुल निर्यात में रत्न एवं आभूषण का योगदान करीब 14 प्रतिशत है।
पिछले वित्त वर्ष के पहले 10 महीने में निर्यात में वृद्धि का मुख्य कारण तराशे गए हीरों का निर्यात बढ़ना है। आलोच्य अवधि में इसका कुल निर्यात 18.5 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले 2015-16 की इसी अवधि में 16.5 अरब डॉलर था।
चांदी के आभूषण का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों में 20 प्रतिशत बढ़कर 2.94 अरब डॉलर रहा। हालांकि सोने के आभूषण का निर्यात आलोच्य अवधि में घटकर 3 अरब डॉलर रहा, जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2015-16 की अप्रैल-जनवरी अवधि में 3.13 अरब डॉलर था। जीजेईपीसी के अनुसार बिना तराशे हीरे का आयात पिछले वित्त वर्ष के पहले 10 महीने में 26 प्रतिशत घटकर 14 अरब डॉलर रहा।सोने की छड़ों का निर्यात भी इस अवधि में बढ़कर 3.67 अरब डॉलर का रहा।
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