नई दिल्ली। राज्यों के चुनावों के नतीजे आने वाले दिनों में शेयर बाजार को दिशा देंगे। इससे पहले मतदान समाप्त होने के बाद एक्जिट पोल के नतीजे शेयर बाजार के कारोबार पर अपना असर डालेंगे। शेयर बाजार सोमवार को फेडरल रिजर्व की प्रमुख जैनेट येलेन के भाषण के प्रति अपनी प्रतिक्रिया देगा। येलेन ने कहा कि यदि अर्थव्यवस्था मजबूती में बनी रहती है तो इस माह ब्याज दर में वृद्धि की जा सकती है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के निजी ग्राहक समूह (पीसीजी) के प्रमुख वी के शर्मा ने कहा कि 10 मार्च को जब शेयर बाजार का कारोबार खत्म होगा तब तक राज्यों के चुनावों के नतीजे ग्यात नहीं होंगे। ये परिणाम शनिवार को ही आएंगे इसलिए चुनाव नतीजों का असर आगामी सप्ताहों में ही दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि बाजार इन नतीजों के बारे में 14 मार्च को ही अपनी प्रतिक्रिया देगा जब बाजार होली के बाद खुलेगा।
शर्मा ने कहा कि तथापि बाजार एक्जिट पोल से कुछ संकेत ग्रहण करेगा जो नौ मार्च को जारी होगा। इसके अलावा जनवरी माह के लिए औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आएंगे जो कारोबारी धारणा पर अपना असर छोड़ेंगे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख राकेश तिवारी ने कहा कि सप्ताह के मध्य में चुनावपूर्व सर्वेक्षणों के संदर्भ में घरेलू स्तर पर होने वाली खबरें चालू सप्ताह में बाजार पर अपना असर डालेंगी।
आम्रपाली आद्या के निदेशक एवं शोध प्रमुख अबिनाश कुमार सुधांशु ने कहा कि फिलहाल बाजार की सबसे अधिक नजर उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम पर है जहां भाजपा की जीत से बाजार में तेजी का दौर देखने को मिल सकता है। उत्तर प्रदेश और मणिपुर में मतदान का अंतिम चरण आठ मार्च को समाप्त होगा।
- पिछले सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 60.52 अंक (0.20 प्रतिशत) और निफ्टी 41.95 अंक (0.46 प्रतिशत) की गिरावट दर्शाता बंद हुआ।
- पांच सप्ताह बाद सेंसेक्स और निफ्टी में साप्ताहिक गिरावट दर्ज हुई है।
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