कच्चे तेल में रिकॉर्ड गिरावट, MCX पर कीमत 1000 रुपये प्रति बैरल से नीचे पहुंची
विदेशी वायदा बाजार में WTI क्रूड दो दशक के निचले स्तर पर पहुंचा
नई दिल्ली। कच्चे तेल की वायदा कीमतों में आज घरेलू और विदेशी बाजार में तेज गिरावट दर्ज हुई है। कोरोना संकट से मांग में गिरावट की वजह से घरेलू बाजार में क्रूड की वायदा कीमतें 1000 रुपये प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं। वहीं विदेशी बाजार में कीमतें 11 डॉलर प्रति बैरल के नीचे पहुंच गईं।
MCX पर अप्रैल डिलिवरी के लिए क्रूड में आज की एक्सपायरी से पहले करीब 33 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। सोमवार को एक्सपायरी से ठीक पहले कच्चा तेल 33 फीसदी की गिरावट के साथ 963 रुपये प्रति बैरल के स्तर तक आ गया। ये कच्चे तेल का अब तक का सबसे निचला स्तर है। वहीं 18 मई के कॉन्ट्रैक्ट में करीब 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है और क्रूड 1755 रुपये प्रति बैरल के स्तर पर आ गया।
वहीं Nymex पर WTI क्रूड की मई के लिए वायदा कीमत 35 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 11 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे पहुंच गया। कारोबार के दौरान कीमतों ने 10.41 डॉलर प्रति बैरल का स्तर छुआ था जो दो दशक से ज्यादा समय का नया न्यूनतम स्तर है। वहीं कीमतों में 1982 के बाद की अब तक की सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट देखने को मिली है।
वहीं ब्रेंट क्रूड 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 27 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है। कीमतों में मौजूदा गिरावट क्रूड सप्लाई बढ़ने और दुनिया भर के देशों के रणनीतिक तेल भंडारों के अपनी सीमा तक भरने की वजह से देखने को मिली है। माना जा रहा है कि स्टोरेज सीमा खत्म होने के बाद मांग में और तेज गिरावट देखने को मिलेगी। फिलहाल भारत सहित कई देश मांग से अलग अपने रणनीतिक तेल भंडारों को भरने के लिए भी तेल की खरीद कर रहे हैं।