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Hindi News पैसा बाजार चीन ने महाराष्ट्र से सोयाबीन-खली खरीदने की इच्छा जताई, अमेरिका के साथ छिड़े व्यापार युद्ध का असर

चीन ने महाराष्ट्र से सोयाबीन-खली खरीदने की इच्छा जताई, अमेरिका के साथ छिड़े व्यापार युद्ध का असर

चीन के महावाणिज्य दूत तांग गोचई ने सोमवार को इस सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की

China likely to purchase Soybean meal from Maharastra- India TV Paisa China likely to purchase Soybean meal from Maharastra

मुंबई। चीन ने महाराष्ट्र से सोयाबीन खली खरीदने की इच्छा जतायी है। इसका निर्यात बढ़ने से किसानों को उनकी फसल की बेहतर कीमत मिल सकती है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि चीन के महावाणिज्य दूत तांग गोचई ने सोमवार को इस सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और कहा कि चीन महाराष्ट्र से कृषि उत्पादों का आयात करने और कृषि क्षेत्र में निवेश करने पर भी विचार कर रहा है।

सोयाबीन किसानों को होगा फायदा

फडणवीस ने कहा कि इस मुद्दे पर चीन से बातचीत को आगे बढ़ाने के लिये अलग से एक अधिकारी तैनात किया जाएगा। सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए केंद्र पहले ही 10 प्रतिशत निर्यात संवर्धन प्रोत्साहन (सब्सिडी) की घोषणा कर चुका है। फडणवीस ने कहा कि यह निश्चित रूप से सोयाबीन उत्पादकों को अच्छी कमाई करने में मदद करेगा क्योंकि निर्यात से घरेलू बाजार में भी इसकी मांग बढ़ेगी। 

प्रति क्विंटल सोयाबीन में निकलती है 82 किलो सोयाबीन खली

 सोयाबीन खली एक मोटा दानेदार पदार्थ है, जो भौतिक प्रक्रियाओं और कई बार निष्कर्षण के बाद सोयाबीन बीज से उत्पादित होता है। राज्य के कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सोयाबीन बाजार बढ़ने से किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि प्रति क्विंटल सोयाबीन से 18 किलो तेल और 82 किलो खली निकलती है। इसलिये किसानों के लिये खली की कीमत तेल से ज्यादा है।

वनस्पति तेल आयात पर शुल्क से भी किसानों को लाभ

अधिकारी ने कहा कि केंद्र ने भी सोयाबीन, कच्चा पाम तेल और परिष्कृत पाम तेल समेत विभिन्न तेल को आयात शुल्क बढ़ा दिया है। इससे भी स्थानीय किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यदि सोयाबीन बाजार में तेजी जारी रहती है तो इससे किसानों को बेहतर आय में मदद मिल सकती है। 

चीन दुनिया का सबसे बड़ा सोयाबीन आयातक

गौरतलब है कि चीन दुनियाभर में सोयाबीन का सबसे बड़ा आयातक है और वह अपनी जरूरत का ज्यातर सोयाबीन अमेरिका से खरीदता है। लेकिन अमेरिका और चीन के बीच छिड़े व्यापार युद्ध की वजह से चीन अमेरिकी सोयाबीन पर निर्भरता कम करना चाहता है और वह अब भारत से सोयाबीन खरीदने की योजना बना रहा है। हालांकि चीन जितनी सोयाबीन का आयात करता है भारत में उतना उत्पादन भी नहीं होता है। भारत में सालाना औसतन उत्पादन 100 लाख टन के करीब रहता है जबकि चीन सालभर में लगभग 750-800 लाख टन सोयाबीन का आयात करता है।

 

 

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